खुलासा : वाल्मीकि रिजर्व से चीन को हो रही बाघ के खाल की तस्करी

मुजफ्फरपुर :  टाइगर रिजर्व में शिकार किये जा रहे रॉयल बंगाल टाइगर के अंगों की तस्करी काठमांडू के रास्ते चीन को की जा रही है। टाइगर रिजर्व में मारे गए बाघों व दुर्लभ प्रजाति के जंगली जानवरों  के अंगों की तस्करी में सरगर्म रैकेट का बड़ा खुलासा वाइल्ड लाइफ क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (नई दिल्ली) व नेपाल के सीआईबी (सेन्ट्रल इंटेलीजेंस ब्यूरो) की मदद से किया गया है।

आला सतही  जांच रिपोर्ट को सीसीएफ वाइल्ड लाइफ (बिहार) को वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के इलाके के डैरेक्टर  ने भेज दिया है। जांच रिपोर्ट में तस्करों के चेन वाल्मीकिनगर से उत्तर प्रदेश के महाराजगंज,नेपाल के काठमांडू से लेकर चीन तक में होने का खुलासा किया गया है। आला अफसरों  का कहना है कि काठमांडू व चीन तक वाल्मीकिनगर में सरगर्म तस्करों के रैकेट का ठोस सबूत हाथ लगने के बाद इंटरनेशनल सतह  पर जंगली जानवरों के तहफ्फुजात को लेकर होने वाली बैठक में इस मामले को उठाया जायेगा। वाइल्ड लाइफ क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो को मोबाइल सर्विलांस से वाल्मीकि नगर में जंगली जानवरों के अंगों की खरीद-बिक्री की इत्तिला हाथ लगी थी। नई दिल्ली से 18 जनवरी को वाल्मीकि नगर पहुंची टीम ने 19 जनवरी को पुलिस व जंगल के अफसरों की मदद से दो बाघ के अंगों व खालों के साथ गनौली में कृष्णदेव खतईत व चन्द्रदेव महतो को गिरफ्तार किया। इधर एक रॉयल बंगाल टाइगर का लाश मिला। बिहार वाइल्ड लाइफ के सीसीएफ एसएस चौधरी ने बताया कि वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में गुजिश्ता दिनों दो बाघों के खाल व हड्डियों के साथ पकड़े गये तस्करों का रैकेट नेपाल से लेकर चीन तक जुड़ा हुआ है। जांच में इसका ठोस सबूत हाथ लगा है।