खुलासा: स्मृति ईरानी नहीं चाहती थीं कि उनकी डिग्री पब्लिक की जाए

स्मृति ईरानी कि आखिर शैक्षिक योग्यता क्या है इस सवाल पर अब कई सवाल उभरने लगे हैं। पीटीआई की खबर के मुताबिक,केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कहा था कि उनके शैक्षिक रिकार्ड का खुलासा ना किया जाए। स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग ने सूचना आयोग को ये बात बताई है। आयोग ने स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग को निर्देश दिया है कि ​​केंद्रीय कपड़ा मंत्री के शैक्षिक विवरण से संबंधित रिकॉर्ड दे।

इससे पहले भी केंद्रीय सूचना आयोग ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की 10वीं और 12वीं कक्षा के स्कूल रिकॉर्ड का निरीक्षण करने की इजाजत देने का मंगलवार को निर्देश दिया। साथ ही, इसने सीबीएसई की यह दलील खारिज कर दी कि यह निजी सूचना है।
पूर्व मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के डिग्री मामले में चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब दिल्ली निर्वाचन आयोग ने अदालत से कहा कि चांदनी चौक से वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव लड़ने वाले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के मूल हलफनामों और 2011 2014 के चुनावों के हलफनामें शैक्षित योग्यता में काफी विरोधाभास है। हालांकि चुनाव पैनल ने कहा कि यह सूचना उसकी वेबसाइट पर उपलब्ध है।

पीटीआई भाषा की एक खबर के अनुसार, एक अधिकारी ने अदालत के इस आदेश के बाद आयोग का पक्ष रखा कि ईरानी की शैक्षणिक योग्यता से जुड़े रिकॉर्ड पेश किए जाएं। ईरानी के खिलाफ चुनाव पैनल के सामने पेश हलफनामों में कथित रूप से गलत सूचना देने को शिकायत दर्ज करायी गई थी।

केंद्रीय सूचना आयोग ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की 10वीं और 12वीं कक्षा के स्कूल रिकॉर्ड का निरीक्षण करने की इजाजत देने का मंगलवार को निर्देश दिया।

साथ ही, इसने सीबीएसई की यह दलील खारिज कर दी कि यह निजी सूचना है। आयोग ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री के कार्यालय और दिल्ली के होली चाइल्ड ऑक्जिलियम स्कूल को भी निर्देश दिया है कि वह स्मृति जुबिन ईरानी का रोल नंबर या रिफ्रेंस नंबर सीबीएसई, अजमेर को मुहैया कराए जिसके पास 1991 से 1993 के रिकॉर्ड हैं।

सीआईसी ने कहा कि इससे रिकॉर्डों के जखीरे में खोजबीन में मदद मिलेगी। इन रिकॉर्डों को अभी डिजिटाइज किया जाना बाकी है। मंत्री का दावा है कि उन्होंने दिल्ली के इसी स्कूल से परीक्षा पास की थी।