वजीरे आला नीतीश कुमार ने जुमेरात को कहा कि वह कांग्रेस की धमकी से डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस को दो टूक लफ़्ज़ों में उन्होंने कहा कि वह जब चाहे हिमायत वापस ले ले। इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है और न ही हमें कोई डर है।
किशनगंज में एएमयू की शाख के संग बुनियाद से लौटने के बाद पटना में हवाई अड्डे पर वजीरे आला ने कहा कि हम अपने वसुलों से समझौता नहीं करेंगे। अगर हुकूमत गिरानी है, तो भाजपा और राजद मिल कर हुकूमत गिराएं। अगर वे कहेंगे, तो विधानमंडल का खुसुसि सेशन भी बुला देंगे। वजीरे आला इतने में ही नहीं रुके। कहा, बिहार के तरक़्क़ी के लिए मर्कज़ ने कोई इजाफ़ी मदद नहीं दी है। जो भी मदद मिली है, वह गाडगिल मुखर्जी फॉर्मूला और फिर खजाना कमीशन की सिफारिश से मिली है।
इस बार वह रकम लेने के लिए बिहार हुकूमत का काफी मेहनत करनी पड़ी। वजीरे आला ने कहा कि बिहार को खुसुसि रियासत का दर्जा दिलाने के लिए सवा करोड़ लोगों के दस्तखत से मेमोरेंडम वजीरे आजम को सौंपा गया है। मर्कज बिहार के लिए अगर कुछ करना ही था, तो खुसुसि रियासत का दर्जा क्यों नहीं दिया? दो दिन पहले वजीरे आला ने कांग्रेस पर 1984 के सिख दंगे और 1989 में भागलपुर के दंगों का मुजरिम बताया था। उन्होंने राहुल गांधी की बातों को भी दिखावा बताया था।