वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने आज कहा कि बिहार को खुसूसी रियासत का दर्जा दिये जाने की मांग जब तक मान नहीं ली जाती है तब तक इसके लिए उनका जद्दो-जहद जारी रहेगा। नालंदा जिला के इस्लामपुर में 7.24 करोड रुपये की लागत से बनाए जाने वाले एएनएम स्कूल की बुनियाद और नालंदा-इस्लामपुर सड़क चौडीकरण का काम का आज आगाज़ करते हुए बिहार को खुसुसि रियासत का दर्जा दिये जाने की अपनी मांग को एक बार फिर दोहराया और कहा कि जब तक उनकी यह मांग मान नहीं ली जाती है तब तक उनका जद्दो-जहद जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि बिहार को खुसुसि रियासत के दर्जे की मांग का रियासत के लोगों ने बढ-चढकर हिमायत किया और सवा करोड लोगों ने इस मांग के हिमायत में दस्तखत किया था। नीतीश ने कहा कि रियासत की आवाम के हिमायत से इसके लिए पटना में हुकुक रैली का एंकाद किया गया जिसमें बडी तादाद में लोगों की हिस्सेदारी रही। गुजिशता 17 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में इस मांग को लेकर मिसाल रैली का एंकाद हुआ और इसमें तमाम ने हिमायत दिया। उन्होंने कहा कि मर्कज ने भी उनकी इस मुतालबे पर गौर करने के लिये एक कमेटी की तशकील किया है। कमेटी ने क्या सिफ़ारिश की है यह उन्हें मालूम नहीं है। नीतीश कुमार ने कहा कि वज़ीरे आजम, मंसूबा कमीशन और मर्कज़ी वज़ीरे खज़ाना से मुलाकात कर और उन्हें बार-बार खत लिखकर अपनी मुताल्बात को उनके सामने रखा है और उनसे दरख्वास्त किया है कि बिहार को उसका हक दिया जाये।