पटना : मर्क़ज़ी फाइनेंस रियासती वजीर जयंत सिन्हा ने यकीन दिलाया है कि एसेम्बली इन्तिखाब के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ से एलान खुसूसी पैकेज का एक-एक पैसा बिहार को मिलेगा। इस मुद्दे पर सियासत की कोई गुंजाइश नहीं है। मर्क़ज़ के बजट में भी इसकी चर्चा है कि बिहार के लिए ही नहीं, दूसरे रियासतों के तरक्की के लिए किया गया हरेक वादा पूरा होगा। सिन्हा जुमेरात को यहां “दैनिक भास्कर” से खास बातचीत कर रहे थे। कहा कि 2016-17 के बजट में बिहार पैकेज की तलाश ठीक नहीं है। पैकेज पांच साल के लिए है और किसी एक माली साल में पूरी रक़म नहीं दी जा सकती है। बजट में भी बिहार के लिए ठीक-ठाक तजवीज है। पैकेज में रेल मद में 8870 करोड़ है। जबकि रेलवे में बड़े पैमाने पर होने वाले इन्वेस्ट में रियासत को इससे ज्यादा पैसा मिलेगा। एग्रीकल्चर, एनएच, तालीम व सेहत के शोबे में भी ज्यादा रक़म दी जाएगी।
वजीर ने कहा-किसी रियासत के लिए एलान खुसूसी पैकेज का यह मतलब नहीं है कि मर्क़ज़ी हुकूमत अपने बजटीय तजवीज के तहत ही पूरी रक़म दे दे। मर्क़ज़ अपने खजाने के अलावा बाजार, वर्ल्ड बैंक और दीगर माली अदारों से भी इन्वेस्ट के लिए पैसा जुटाता है। इस तरह से हासिल रक़म में भी बिहार की हिस्सेदारी होगी। बजट मुल्क को ध्यान में रखकर किया जाता है। रियासत को उसकी जरूरत व पुराने कमिटमेंट पर अलोटमेंट मिलता है।
पैकेज में रियासत के लिए कितना पैसा
– सड़क-54713
– पेट्रोलियम-21476
– बिजली-16130
– ग्रामीण सड़क-13120
– एयरपोर्ट-2700
– रेलवे-8870
– किसान कल्याण-3094
– कौशल विकास- 3094
– तालीम -1000
– सेहत -600
– टूरिज्म -600
– डिजिटल बिहार-440
(तमाम रक़म करोड़ रुपए में)
इसके अलावा 40हजार करोड़ रुपए की एलान की गई थी। इसमें 2013 का आठ हजार करोड़ का बकाया भी शामिल है।