खु़फ़ीया मकतूब तनाज़ा, हकूमत-ए-पाकिस्तान को कोई ख़तरा लाहक़ नहीं

ईस्लामाबाद । 26 नवंबर (पी टी आई) पाकिस्तान के वज़ीर-ए-आज़म यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने आज कहा कि खु़फ़ीया याददाश्त स्कैंडल से उन की हुकूमत कोई ख़तरा लाहक़ नहीं है। उन्हों ने इस अह्द का इज़हार किया कि अमरीकी इंतिज़ामीया को पहुंचाए जाने वाले इस खु़फ़ीया मकतूब के पसेपर्दा हक़ायक़ को बेनकाब करने केलिए तरजीही तौर पर तहक़ीक़ात की जाएंगी।

मिस्टर गिलानी ने इस्तिदलाल पेश किया कि पाकिस्तान की सीवीलीन और फ़ौजी क़ियादत ने खु़फ़ीया मकतूब से मुताल्लिक़ तमाम मौज़ूआत-ओ-मसाइल पर ग़ौर-ओ-ख़ौज़ करने के इलावा मुलक , पार्लीमैंट और अप्पोज़ीशन को इतमीनान दिलाने केलिए हर किस्म की तहक़ीक़ात करने का तीक़न दिया है।

पाकिस्तानी क़ौमी असमबली के ऐवान-ए-ज़ेरीं में अप्पोज़ीशन लीडर की जानिब से उठाए गए सवालात का जवाब देते हुए मिस्टर गिलानी ने अपनी हुकूमत के इस अह्द को दुहराया। उन्हों ने कहा कि इन की हुकूमत को कोई ख़तरा लाहक़ नहीं है और ये हुकूमत किसी और को नहीं सिर्फ अवाम को जवाबदेह है। उन्हों ने कहा कि खु़फ़ीया मकतूब के मसला की आला सतह पर तहक़ीक़ात की जाएंगी। इस मक़सद के लिए उन्हों ने एक कमेटी के क़ियाम का हुक्म दे दिया है।

इलावा अज़ीं उन्हों ने कहा कि अप्पोज़ीशन जमात इस मसला को सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा चुकी है। बहरहाल मलिक और अप्पोज़ीशन को मुतमइन करने केलिए इस मसला की शफ़्फ़ाफ़ तहक़ीक़ात ज़रूरी हैं। वाज़ेह रहे कि पाकिस्तानी नज़ाद अमरीकी बिज़नसमैन मंसूर एजाज़ ने दावा किया था कि वाशिंगटन में ईस्लामाबाद के साबिक़ सफ़ीर हुसैन हक़्क़ानी की ईमा पर उन्हों ने ये मकतूब मुरत्तिब करने के बाद अमरीकी फ़ौज के हवाले किया था

जिस में उसामा बिन लादन की दो मई को ऐबट आबाद में खु़फ़ीया अमरीकी फ़ौजी कार्रवाई में हलाकत के बाद सदर आसिफ़ अली ज़रदारी ने फ़ौज के कंट्रोल हासिल कर लेने का अंदेशा ज़ाहिर करते हुए अमरीका से मुबय्यना तौर पर मदद तलब की थी।