मिर्जापुर: आमतौर पर आपने जमीन के अंदर से पानी निकलने के बारे में तो सुना होगा। लेकिन, क्या आपने कभी यह सुना है कि जमीन के अंदर से आग की लपटें निकलना शुरू हो जाए।
जी हां, ये पूरी तरह सच है। यह सनसनीखेज मामला सामने आया है यूपी में मिर्जापुर के एक गांव में। जहां एक खेत में अचानक की जुमे के रोज़ पानी की जगह आग की लपटें निकलने लगी। यह अजीबो गरीब वाक्या जिसने भी सुना, देखने के लिए मौके पर पहुंच गया और देखते ही देखते लोगों की भीड जमा हो गई। वहीं, इंतेज़ामिया ने माना कि गांव में नेच्युरल गैस का ज़खीरा मिलने के आसार दिख रहे हैं।
किसान की इत्तेला पर पहुंचे एसडीएम व दिगर ओहदेदारो ने इसे इलाके के लिए अच्छे इशारे मानते हुए डीएम राजेश कुमार सिंह को इत्तेला दी।
डीएम ने जांच के लिए ओएनजीसी के आफीसरो / ओहदेदारों को पैगाम पहुंचाया है। ओएनजीसी की टीम के आने पर ही पता चल सकेगा कि यह कौन सी गैस है। हालांकि, एसडीएम का मानना है कि गैस से इस तरह की बू नहीं आ रही जिससे घबराहट हो। ऐसे में साफ है कि यह जहरीली गैस नहीं है।
हरदी मिश्र गांव के लक्ष्मण मौर्य ने फूलों की खेती के लिए छह माह पहले खेत में सात सौ फीट बोरिंग कराकर सबमर्सिबल पंप लगाया था। तीन दिन पहले सबमर्सिबल पंप का तार जलने लगा और आग की लपटें बाहर तक निकलने लगीं। लक्ष्मण ने बोरा वगैरह से ढक कर आग बुझाई।
आग बुझने के बाद भी बोरिंग से रसोई गैस की तरह गंध आ रही थी। देखने से भी लग रहा था कि बोरिंग से कोई गैस निकल रही है। शक की बुनियाद पर लक्ष्मण ने बोरिंग के मुहाने पर माचिस की तीली जलायी तो आग भभक उठी।
लक्ष्मण ने इसकी इत्तेला इलाके के Human Rights Association के रुकन और लहंगपुर पुलिस चौकी को दी। चौकी इचांर्ज सुरेन्द्र कुमार गांव पहुंचे और आग जलते देखने के बाद एसडीएम जीसी राम को इत्तेला किया। कुछ देर में ही तहसीलदार मृत्युंजय सिंह, लेखपाल सज्जन लाल, लालगंज थाना के सदर रवीन्द्र कुमार के साथ एसडीएम जीसी राम भी पहुंच गए। उन्होंने ने भी अपने सामने कई बार आग बुझाकर तीली जलाई और इसे अच्छा इशारा माना।