पटना 20 अप्रैल : हज़ब एख्तेलाफ़ के लीडर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने गवर्नर से दरख्वास्त किया कि वे असेंबली से मंज़ूर बिहार स्पोर्ट्स (शरायत और स्पोर्ट्स एसोसिएशन वाबस्तगी) बिल 2013 को मंजूरी न दें। यह बिल खेल मुखालिफ है।
इससे खेल की तंजीमों का वज़ूद ख़त्म हो जायेगा। जुम्मा को उनके केयादात में मुख्तलिफ खेल तंजीमों के नुमय्न्दों ने गवर्नर डॉ डीवाइ पाटील को मेमोरेंडम सौंपा।
सिद्दीकी साहब ने कहा कि रेसत खेल तंजीमों की तरफ से मुख्तलिफ रियासतों में 100 से ज्यादा टूर्नामेंटों में अपनी खेल हुनर को जाहिर किया गया है। बिहार के कई खिलाड़ियों ने कौमी व बिन अलक्वामी सतह पर मुनक़िद खेल मुकाबलों में अपनी हुनर का लोहा मनवाया है। खेल बिल को अगर मंजूरी दी गयी, तो खेल तंजीमों की खुद मुख्तारी ख़त्म हो जायेगी।
वफ़द में बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के सदर प्रसन्नजीत मेहता, बिहार बॉल बैडमिंटन एसोसिएशन के सदर प्रो नवल किशोर, बिहार स्वीमिंग एसोसिएशन के सेक्रेटरी रामविलास पांडेय, बिहार स्टेट कबड्डी एसोसिएशन के कुमार विजय सिकदर, बिहार वॉलीबॉल एसोसिएशन के सेक्रेटरी रामाशीष प्रसाद सिंह, बिहार ओलिंपिक एसोसिएशन के सेक्रेटरी मो मुश्ताक अहमद, बिहार ताइक्वांडो एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अजय कुमार, बिहार टेबुल टेनिस एसोसिएशन के सेक्रेटरी मुकेश राय, बिहार फुटबॉल एसोसिएशन के सेक्रेटरी एस इम्तियाज हुसैन, बिहार जिमनास्टिक एसोसिएशन के सेक्रेटरी मनोज कुमार, बिहार हैंड बॉल एसोसिएशन के सेक्रेटरी ब्रज किशोर शर्मा समेत कई दीगर तंजीमों के नुमाय्न्दे शामिल थे।