नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी के क़ौमी कंवेनर और दिल्ली के वज़ीर ए आला अरविंद केजरीवाल ने उनकी किसान रैली में हुई किसान गजेंद्र की मौत पर जुमे के रोज़ पहली बार बयान देते हुए अपनी गलती कुबूल कर लिये हैं. केजरीवाल ने कहा कि किसान की खुदकुशी के बाद मेरी तरफ से तकरीर करना मेरी गलती है. मैं उसके लिए माफी मांगता हूं. मुझे रैली बंद कर देनी चाहिए थी और ऐसा न करना मेरी गलती थी. मेरे सामने यह वाकिया हुआ और मैं इसे पचा नहीं पा रहा हूं और उस रात मैं सो नही पाया. तकरीर जारी रखना मेरी गलती थी.
केजरीवाल ने कहा, किसान का खुदकुशी करना, यह बहुत दर्दनाक है. वह पेड़, जिससे किसान ने खुदकुशी की, मंच से थोड़े ही फासले पर था. स्टेज से कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे रहा था, क्योंकि आगे बहुत सारे लोग थे. स्टेज से कोई ऐलान करना मुम्किन नहीं था, नहीं तो भगदड़ मच जाती. हां, लेकिन पुलिसवालों से हम मुसलसल उसे उतारने की अपील कर रहे थे, लेकिन पुलिसवालों को ही मुल्ज़िम बताना ठीक नहीं है. वहां जितने भी पुलिसवाले थे, उन्हें इसका एहसास नहीं था कि वह खुदकुशी करने वाले हैं, नहीं तो उन्हें उतारा जाता.
इस दौरान उन्होंने मीडिया को भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, मीडिया में एक और दो दिन से जो चल रहा है, वह ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, मुद्दे का चिथड़े उड़ाना और चीरफाड़ करना बंद होना चाहिए, इससे चैनल सिर्फ टीआरपी बढ़ा रहे हैं. पुलिस अपनी जांच कर रही है और मजिस्ट्रेट अपनी, जो भी मुजरिम हैं, उसे फांसी चढ़ा दो, लेकिन किसानों के मुद्दे की बात करो. जो चल रहा है, उससे किसानों का भला होने वाला नहीं है.