शम्स तबरेज़, सियासत न्यूज ब्यूरो।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के आपस में गठबंधन होने के चलते दोनों ही अब एक दूसरे के सुख-दुख के साथी हो गए हैं। एक दूसरे के लिए बलिदान देते हुए सुख और दुख में साथ निभाना ही गठबंधन का असली मकसद होता है।
कांग्रेस और सपा पांच विधानसभा सीटों पर एक दूसरे के आमने-सामने रहे, जिनमें से लखनऊ मध्य और बाराबंकी का जैतपुरा सीट पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी एक दूसरे के आमने-सामने हैं, लेकिन शुक्रवार को तीसरे चरण के लिए कांग्रेस ने तीन सीटों लखनऊ का मोहनलालगंज, कानपुर का आर्यनगर व सीतापुर का हरगांव विधानसभा सीट से नाम वापस ले लिया है।
सिर्फ लखनऊ मध्य और बाराबंकी का जैतपुरा सीट ही ऐसी है जहां सपा और कांग्रेस एक दूसरे को चुनौती दे रहे है तथा इन दोनों के प्रत्याशियों ने नाम वापस नहीं लिया है। कांग्रेस को गठबंधन में 105 सीटें मिली हैं।