हैदराबाद 13 जून: रियासत तेलंगाना में तक़रीबन दो माह के गरमाई तातीलात के बाद नए तालीमी साल का आग़ाज़ होने के साथ तमाम सरकारी-ओ-ख़ानगी मदारिस 13 जून से खुल जागए और तमाम स्टूडेंट्स मदारिस का रुख करेंगे। और ये स्टूडेंट्स अपने कंधों पर वज़नी कुतुब वग़ैरा के बयाग वग़ैरा के साथ हाथों में अपने टिफिनस थामे स्कूल की तरफ़ रवाँ-दवाँ दिखाई देंगे। जबकि नए तालीमी के आग़ाज़ पर स्कूलों की दुबारा कुशादगी के साथ अपने बच्चों को कुतुब दिलवाने बयागस की ख़रीदी दुसरे अश्याय वग़ैरा की ख़रीदी के साथ साथ फ़ीस की अदायगी और नए दाख़िलों की सूरत में डोनेशन रक़ूमात की अदायगी के लिए वालिदैन की मुश्किलात-ओ-मसाइब के ताल्लुक़ से कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
वालिदैन ख़ाह कितनी ही माली मुश्किलात में मुबतला हूँ अपने बच्चों को अच्छे से अच्छे मदारिस में शरीक करवाने की दौड़ धूप में लगे रहते हैं।
बहरहाल नया तालीमी साल शुरू होने के साथ ही एक तरफ़ बच्चों को मदारिस जाने का मसला दरपेश होता है तो दूसरी तरफ़ वालिदैन के लिए भी कई एक मसाइल पैदा होजाते हैं। असातिज़ा भी स्कूलों के आग़ाज़ के साथ में इंतेहाई चाक़-ओ-चौबंद हो कर मदारिस की तरफ़ रवाँ-दवाँ होते हैं।