गरीबी के सबब ज़िम्बाब्वे के बैट्समैन ब्रेंडन टेलर ने लिया रिटायरमेंट

ऑकलैंड: ज़िम्बाब्वे के बैट्समैन ब्रेंडन टेलर ने अपने आख़िरी मैच में जिस तरह टीम इंडिया जैसी मज़बूत टीम के खिलाफ सेंचुरी ठोके, इस तरह की विदाई हर कोई क्रिकेटर चाहता है. इतनी शानदार फॉर्म में होने के बावजूद टेलर ने आखिर किसलिए रिटायरमेंट का ऐलान किया ?

टेलर की उम्र अभी महज़ 29 साल हैं. वो चाहते तो अभी कई साल और उनका करियर चल सकता था. दरअसल टेलर ने यह कदम अपने घरवालों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उठाया है अगर गरीबी के सबब किसी क्रिकेटर ने क्रिकेट से रिटायरमेंट ले लिया है तो आप इस मजाक समझेंगे. लेकिन यह बात सच है वो गरीब है इसलिए अब वो आगे नहीं खेलेंगे.

जी हां, हिंदुस्तान के खिलाफ 138 रनों की पारी खेलने वाले जिम्बाब्वे के कप्तान ब्रेंडन टेलर ने आज इंटरनैशल क्रिकेट को अलविदा कह दिया क्योंकि उनके खानदान को उनकी सख्त जरुरत है. सिर्फ 29 साल के ब्रेंडन टेलर ने जिम्बाब्वे की टीम को अलविदा कह दिया है.

दरअसल ब्रेंडन टेलर जिम्बाब्वे की तरफ से खेलने की वजह से अपने घर का गुजारा नहीं चला पा रहे हैं. जिम्बाब्वे क्रिकेट की हालत किसी से छिपी नहीं है. खिलाड़ियों को वक्त पर तंख्वाह नहीं मिलती है, साथ ही जिम्बाब्वे जैसी क्रिकेट बोर्ड से खिलाड़ियों को जो त‍ख्वाह मिलती है वो काफी कम होता है.

आयरलैंड के खिलाफ मैच के बाद जिम्बाब्वे के केयर टेकत कप्तान ब्रेंडन टेलर ने अपने दर्द का खुलासा किया. टेलर का कहना था कि मेरे खानदान को मेरी जरुरत है. मैंने अपनी शरीक ए हयात से काफी बात की और उसने भी यही सलाह दी कि घर चलाने के लिए जिम्बाब्वे की टीम को छोड़ना होगा.

ब्रेंडन टेलर ने इंग्लैंड के नॉटिंघम में बसने का फैसला किया है और आगे काउंटी क्रिकेट खेलेंगे ताकि उनका घर का खर्चा चल सके. टेलर ने 2015 वर्ल्ड कप में कुमार संगकारा के बाद सबसे ज्यादा 6 मैच से 433 रन बनाए हैं जबकि टेलर ने जिम्बाब्वे के लिए कुल 23 टेस्ट और 166 वनडे खेले हैं और जिम्बाब्वे के लिए सबसे ज्यादा 7 वनडे सेंचरी लगाया है.

साफ है कि क्रिकेट में कमाई की जो चमक दिखाई दे रही है वो एकतरफा है. पैसों की वजह से आज 29 साल के ब्रेंडन टेलर ने इंटरनैश्नल क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया है. वैसे ये पहला मौका नहीं जब गरीबी ने किसी खिलाड़ी को मैदान छोड़ने के लिए मजबूर किया है. चाहे वो जिम्बाब्वे के नील जॉनसन हो, ततेंदा तायबू हो या फिर कोई और…