गरीब होनहार छात्रों को एक मिशन के तहत मदद पहुंच रही है रांची की एक संस्था

रांची : फ्रेंड्स ऑफ़ विकर सोसाइटी, रांची दुवारा अल्पसंख्यकों के बिच शिक्षा को बढ़ावा देने और होनहार छात्रों की हौसलाफजाई के मिशन के तहद एक कार्यक्रम का आयोजन राईन उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल रांची में किया गया। इस कार्यक्रम में इब्तेशामुद्दीन जो इस साल आई आई टी के इम्तेहान में कामयाब हुआ था और जिसे आई आई टी रूरकी उतराखंड में दाखला मिला। कालेज में उनके तमाम साथियों के पास लैपटॉप था एक अकेला इब्तेशामुद्दीन के पास लैपटॉप नहीं था जिसे इनके पढाई में बाधा हो रही थी।
सोसाइटी इनके परेशानियों को समझते हुए इनको एक लैपटॉप देकर इनकी हौसला अफजाई की और आगे आने वाले कालेज के फीस में भी मदद देने का भरोसा दिया। एक और छात्रा रौनक खुशनुमा जो अपने दो पैर से अपाहिज है और रांची वीमेंस कॉलेज से बीएड कर रही है। जिन्हें अपने फीस की रकम देने में कठिनाइयों का सामना कारण पड़ रहा है।
सोसाइटी ने इनकी भी हौसला अफजाई करते हुए इनको दस हज़ार रूपए से मदद किI आज का कार्यक्रम सोसाइटी दुवारा चलाये जा रहे क्लास नव्वीं और दसवीं की फ्री कोचिंग के छात्र एवं छात्राओं के बिच हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जनाब इबरार अहमद अध्यक्ष अंजुमन इसलामिया रांची जिन्हों ने अपने हाथो से दोनों को इनामात दिए। इस मौके पे उन्हों ने कहा की “फ़्रेंड्स ऑफ विकर सोसाइटी समाज के निम्न तबकों के लोगों के बच्चों को तालिम दिलाने के उद्देश से रांची शहर मे एक बड़ा काम कर रही है जो सहरनीय है। तालीम हासिल करने में कोई भी रूकावट इंसानों के हौसले के आगे पस्त हो जाती है। उन्हों ने स्टेफन होकीन्स का उद्धरण पेश करते हुए कहा की अपाहिज होने के बावजूद भी अपने इच्छा शक्ति के बल पैर इशारों से कमांड देकर आज वे दुनिया के कामयाब लोगों में शामिल हैं।

सोसाइटी के अध्यक्ष जनाब तनवीर अहमद ने कहा की फ्रेंड्स ऑफ़ विकर सोसाइटी का मुख्य उदेश है की समाज के हर बचों को तालीम मिले और ज्यदा से ज्यादा बच्चे पढ़ लिख कर देश और समाज का नाम रौशन करें। सोसाइटी हमेश ज़रूरतमंदो की मदद के लिए तैयार है।

इस कार्यक्र्म के मौके में अंजुमन इस्लामिया के सचिव जनाब मोख्तार अहमद, राईन पंचायत के अध्यक्ष हाजी एनामुल हक, सोसाइटी के सचिव मो. खलील सोसाइटी के उपाध्यक्ष मो. ज़ाहिद खजांची जनाब अरशद शमीम, खालिद सैफुल्लाह, अंजुमन के सह सचिव मो. नौशाद, इमरान सोनू अफ्मी कोचिंग के टीचर मो. सलाहुद्दीन, शबनम मैम और कोचिंग के छात्र एवं छात्राएं मौजूद थी।