बुलंदशहर : उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में एक बाल्टी को
एक दलित गर्भवती महिला द्वारा कथित तौर पर छूने के लिए ऊंची जाति ठाकुर ने क्रूरता से पिटाई कर दी उसके बाद हायर मेडिकल सेंटर में उपचार के दौरान महिला की मौत हो गयी ।
दलित महिला आठ महीने की गर्भवती थी। उसके भ्रूण भी बच नहीं सका। यह घटना 15 अक्टूबर की है जब सावित्री देवी ने खेतलपुर भानसली गांव के घरों से कचरा एकत्र करते हुए संतुलन खो दिया था और एक बाल्टी को संयोग से छुआ था।
पुलिस ने हत्या के प्रयास में दर्ज की गई रिपोर्ट को गर्भवती के साथ मारपीट व गैर इरादतन हत्या में तरमीम कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं, आरोपी मां-बेटे ने कोर्ट में सरेंडर के लिए अर्जी भी लगाई है। गांव निवासी दलित दिलीप ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी कर अपना व परिवार का पालन पोषण करता है। उसकी पत्नी सावित्री कुछ माह की गर्भवती थी। गत 20 अक्टूबर की देर शाम वह साफ सफाई करने गांव में गई थी। इस दौरान गांव निवासी दूसरी बिरादरी की महिला अंजू का बर्तन उससे छू गया। इस पर अंजू व उसके बेटे रोहित ने दलित की जमकर पिटाई कर दी। जिससे उसकी पत्नी के सिर व पेट में गंभीर चोटें आई थी।
घटना के छह दिन बाद सावित्री और उसके बच्चे की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उसकी मौत एंटीमॉर्टम सिर की चोट के कारण हुई है।