मुंबई, 02 अप्रैल:(प्रेस नोट)मुंबई पुलिस के एडीशनल कमिशनर स्पेशल ब्रांच नवल बजाज ने आज एतराफ़ किया कि जमात-ए-इस्लामी की ज़ेली तंज़ीम गर्ल्स इस्लामिक आरगनाइज़ेशन ( जी आई ओ ) के ताल्लुक़ से जो सर्कुलर मंज़रे आम पर आया है वो दर असल महकमा की ग़लती है । महकमा की जानिब से ख़ाती का पता चलाने के लिए महकमा जाती तहकीकात की जाएंगी और ख़ाती पाए जाने वाले अमला के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी । मिस्टर नवल बजाज ने ये एतराफ़ जमात-ए-इस्लामी हिंद महाराष्ट्रा के एक वफ़द से किया ।
जमात के एक वफ़द ने बजाज से मुलाक़ात करते हुए स्पेशल ब्रांच की जानिब से जी आई ओ के ताल्लुक़ से जारी करदा सर्कुलर पर हैरत का इज़हार किया । इस सर्कुलर में इल्ज़ाम आइद किया गया था कि तालिबात की इस तंज़ीम की जानिब से मुस्लिम लड़कियों को जिहाद के लिए तैयार किया जा रहा है । सदर जमात-ए-इस्लामी महाराष्ट्रा तौफ़ीक़ असलम ख़ान ने कहा कि बजाज के साथ हम ने मुलाक़ात करते हुए इस सर्कुलर पर अपनी नाराज़गी और ब्रहमी का इज़हार किया है और उन्होंने इस सर्कुलर पर माज़रत ख़्वाही की है ।
उन्होंने एतराफ़ किया कि ये इत्तिला महकमा की दाख़िली नवीत की थी और इसे अवाम में लाना नहीं था । उन्होंने वफ़द से कहा कि हिंदू सिख पार्सी और ईसाई तनज़ीमों के ताल्लुक़ से भी स्पेशल ब्रांच को कई एजेंसियों से इत्तिलाआत मिलती रहती हैं । हम उन की तौसीक़ नहीं कर सकते और ना ही हम उन्हें अपने पास रख सकते हैं। हमारा काम इस तरह की इत्तेलाआत को मुताल्लिक़ा हुक्काम तक पहूँचा देना होता है । तौफ़ीक़ असलम ख़ान ने कहा कि जमात-ए-इस्लामी महाराष्ट्रा की जानिब से क़ानूनी माहिरीन से मुशावरत की जा रही है ताकि स्पेशल ब्रांच के ख़िलाफ़ अज़ाला हैसियत अर्फ़ी का मुक़द्दमा दर्ज किया जा सके ।
उन्होंने कहा कि ताहम इस ताल्लुक़ से क़तई फैसला स्पैशल ब्रांच से बाज़ाबता जवाब मिलने के बाद किया जाएगा। तौफ़ीक़ ख़ान ने कहा कि जमात की जानिब से मराठी अख़बार सामना के ख़िलाफ़ भी मुक़द्दमा दायर करने पर ग़ौर किया जा रहा है । उन्होंने कहा कि अख़बार सामना में सब से पहले एक ग़लत तस्वीर के साथ ये ख़बर शाय हुई थी जिस में बुर्क़ा पहनी हुई ख़वातीन की तस्वीर शाय की जिन के हाथों में बंदूकें थीं। उन्होंने कहा कि इसी ख़बर की इशाअत से क़ब्ल उन्हें हम से राबिता करना चाहीए था ।
उन्होंने कहा कि सामना अख़बार में इरानी ख़वातीन की फ़ौज की तस्वीर शाय की गई थी । इस तस्वीर का मक़सद ये था कि बुर्क़ा पहनने वाली ख़वातीन में भी जज़बा बेदार किया जाये कि वो बुर्क़ा में भी अपने मुल्क के लिए जद्द-ओ-जहद कर सकती हैं लेकिन अख़बार ने हमें बदनाम करने उम्दा ये तस्वीर शाय की । जमात-ए-इस्लामी मुंबई के सदर अफ़ज़ल बेग की सदारत में एक वफ़द ने सामना हुक्काम से शिकायत की है । एक वफ़द ने सदर नशीन इकलेती कमीशन महाराष्ट्रा मिस्टर मुनाफ़ हकीम से मुलाक़ात करके शिकायत दर्ज करवाई है ।