गवर्नर्स के इस्तीफे पर बी जे पी और कांग्रेस में सफ़ आराई

छत्तीसगढ़ के गवर्नर मुस्ताफ़ी, राज नाथ सिंह से इस्तीफ़े पर तबादला-ए-ख़्याल की गवर्नर आसाम की तरदीद

यू पी ए के मुक़र्रर करदा 6 गवर्नर्स की तबदीली पर बी जे पी क़ाइद मुख़तार अब्बास नक़वी ने कांग्रेस पार्टी पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि वो इस मसले को सियासी रंग दे रही है। उन्होंने कहा कि दस्तूरी ओहदों के बारे में सियासत नहीं खेली जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस किस्म की बातों के लिए एक मुनासिब तरीका-ए-कार मौजूद है और ईसी के मुताबिक़ इक़दामात किए जाने चाहिए।

कांग्रेस क़ाइद पी एल पूनिया ने भी कहा था कि गवर्नर का ओहदा अहम दस्तूरी ओहदा है और उन्हें उनकी मीयाद मुकम्मल करने की इजाज़त देनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि ये काम अंजाम देने का दस्तूरी तरीक़ा नहीं है। गवर्नर्स को इस्तीफ़ा देने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता।

गवर्नर छत्तीसगढ़ शेखर दत्त आज क़ब्लअज़ीं अपने ओहदे से मुस्ताफ़ी होगए हैं जबकि गवर्नर यूपी बी एल जोशी और गवर्नर कर्नाटक एच आर भ्रदवाज ने मंगल के दिन इस्तीफ़ा दिया था। गवर्नर आसाम जे बी पटनायक ने आज उन के इस्तीफ़ा देने की ख़बरों को बेबुनियाद क़रार दिया और कहा कि इस मसले पर मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राज नाथ सिंह से मुलाक़ात के दौरान कोई तबादला-ए-ख़्याल नहीं किया गया।

उन्होंने कहा कि मुझे कितनी बार कहना पड़ेगा कि में मुस्ताफ़ी नहीं होरहा है। इस्तीफे के बारे में कोई तबादला-ए-ख़्याल नहीं हुआ। वो मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला को नेक ख़ाहिशात पेश करने नई दिल्ली आए थे। राज नाथ सिंह से 15 मिनट तवील मुलाक़ात के बाद प्रेस कान्फ्रेंस से ख़िताब करते हुए जे बी पटनायक ने अपने इस्तीफ़े की ख़बरों को बेबुनियाद क़रार दिया।

वो कल वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी से भी मुलाक़ात करचुके हैं। अफ़्वाहें गर्म थीं कि जे बी पटनायक ने मंगल के दिन सदर बी पटनायक माज़ी में ओडिशा के कांग्रेसी चीफ़ मिनिस्टर रह चुके हैं। वो आला सतही सरकारी ओहदेदारों से बह यक वक़्त मुलाक़ात करचुके जम्हूरिया प्रण‌ब मुख‌र्जी से मुलाक़ात के बाद इस्तीफ़ा पेश कर दिया है।

उन्होंने तमाम अफ़्वाहों की तरदीद करदी हैं। जबकि ये यक़ीन ज़ाहिर किया जा रहा था कि बाज़ गवर्नर्स जिन का ताल्लुक़ बी जे पी या एन डी ए से नहीं है, मुस्ताफ़ी होने वाले हैं। गवर्नर नागालैंड ने तरदीद की कि उन्होंने मर्कज़ पर तन्क़ीद करते हुए कोई बयान जारी किया है जबकि मुबय्यना तौर पर मर्कज़ की जानिब से यू पी ए दौर-ए-हकूमत में मुक़र्रर करदा गवर्नर्स को अलाहदा करदेने की अफ़्वाहें गर्म थीं। उन्होंने कहा कि तमाम इत्तेलाआत मुकम्मल तौर पर मन घड़त और बेबुनियाद हैं। उन्होंने ज़राए इब्लाग़ से अपील की कि किसी भी इत्तेला की तसदीक़ के बाद ही ख़बर शाय करें।