गवर्नर कर्नाटक से बी जे पी की शिकायत

रियासत में अमन-ओ-अमान की सूरते हाल दरहम ब्रहम होकर रह गई है। वज़ारत-ए-दाख़िला का क़लमदान निभाने में नाकाम वज़ीर-ए-दाख़िला के जे जॉर्ज को काबीना से अलाहिदा करने और दियानतदार ओहदेदारों को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करने हुकूमत को मुनासिब हिदायत देने का मुतालिबा करते हुए अप्पोज़ीशन भारतीय जनता पार्टी ने गवर्नर कर्नाटक वे आवाला से मुलाक़ात करके याददाश्त पेश की।

हुकूमत और चीफ़ मिनिस्टर के ख़िलाफ़ भारतीय जनता पार्टी ने गवर्नर को जो शिकायत पेश की है, वो पहली है। बी जे पी की रियासती सदर प्रहलाद जोशी की क़ियादत में साबिक़ डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर आर अशोक, जगदीश शटार और दुसरे क़ाइदीन ने गवर्नर से मुलाक़ात की।

बादअज़ां अख़बार नवीसों से बातचीत करते हुए प्रहलाद जोशी ने बताया कि इस बात का मुतालिबा किया गया हैके ओक़ाफ़ी जायदाद पर क़ाबिज़ क़मर उल-इस्लाम को फ़ौरन काबीना से बरतरफ़ करने गवर्नर, चीफ़ मिनिस्टर को हिदायत दें।

चूँ कि रियासत में अमन-ओ-अमान की सूरत-ए-हाल अबतर है, इस लिए वज़ीर-ए-दाख़िला को बरतरफ़ किया जाये। ओहदादार, वुज़रा और अरकाने असेंबली ये बात क़बूल करने तैयार नहीं हैं।