क़ानूनसाज़ कौंसिल की कार्रवाई और गवर्नर के ख़ुतबा पर तहरीक तशक्कुर पर मुबाहिस से हुकूमत की दिलचस्पी का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि आज ऐवान में जिस वक़्त मुबाहिस का आग़ाज़ हुआ सिर्फ़ तीन वुज़रा मौजूद थे जबकि बरसरे इक्तेदार पार्टी अरकान की अक्सरीयत ऐवान से ग़ैर हाज़िर थी।
वज़ीरे फ़ाइनेन्स ई राजिंदर मुबाहिस को नोट कर रहे थे जबकि दीगर दो वुज़रा अपनी नशिस्तों पर नींद का मज़ा ले रहे थे। असेंबली और कौंसिल में मौजूदगी के लिए वुज़रा की दो टीमें तशकील दी गई इस के बावजूद कौंसिल में सिर्फ़ तीन वज़ीर ही मौजूद थे।
बरसरे इक्तेदार टी आर एस अरकान से ज़्यादा वो अरकान थे जिन्हों ने कांग्रेस और तेलुगुदीशम से बग़ावत करते हुए टी आर एस में शमूलीयत अख़्तियार की। अपोज़ीशन अरकान ने मुबाहिस के सिलसिले में हुकूमत की अदम संजीदगी पर अफ़सोस का इज़हार किया।