गवर्नर के ख़ुसूसी इख़्तियारात पर तेलंगाना और मर्कज़ के दरमयान टकराव‌

हैदराबाद में अमन-ओ-ज़बत की सूरते हाल से निमटने के मसले पर गवर्नर को ज़ाइद इख़्तियारात से मुताल्लिक़ मर्कज़ी हुकूमत के फ़ैसले ने तेलंगाना हुकूमत और मर्कज़ में टकराव‌ की सूरते हाल पैदा करदी है।

तेलंगाना हुकूमत मर्कज़ के इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ क़ानूनी लड़ाई के अलावा अवामी सतह पर बड़े पैमाने पर एजीटेशन की तैयारी कररही है। हैदराबाद चूँकि 10 बरसों तक तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का मुशतर्का दारुल हुकूमत रहेगा लिहाज़ा तंज़ीम जदीद बिल 2014 के तहत मर्कज़ी हुकूमत गवर्नर को ज़ाइद इख़्तियारात के हक़ में है।

इस सिलसिले में मर्कज़ी हुकूमत ने तेलंगाना हुकूमत को एक मकतूब रवाना किया जिस में गवर्नर को ज़ाइद इख़्तियारात की वज़ाहत की गई। इस मकतूब के मिलते ही चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव‌ ने मर्कज़ी हुकूमत के रवैय्ये पर सख़्त एहतेजाज किया।

उन्होंने इल्ज़ाम आइद किया कि मर्कज़ का ये फ़ैसला ग़ैर दस्तूरी और हिंदुस्तान के फिडरल सिस्टम के ख़िलाफ़ है। तेलंगाना हुकूमत ने मर्कज़ के मकतूब की वसूली के दो घंटे में ही चीफ़ सेक्रेटरी राजीव शर्मा के ज़रीये जवाबी मकतूब रवाना किया और मर्कज़ की हिदायात को नामंज़ूर कर दिया।

तेलंगाना हुकूमत इस मसले पर मर्कज़ी हुकूमत को तफ़सीली जवाब रवाना करने की तैयारी कररही है इस के अलावा इस मसले को अदालत से रुजू करने के लिए माहिरीन क़ानून से मुशावरत का आग़ाज़ कर दिया गया।

मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला को चीफ़ सेक्रेटरी तेलंगाना की तरफ से रवाना करदा मकतूब में गवर्नर को ज़ाइद इख़्तियारात की मुख़ालिफ़त की गई है।

बताया जाता हैके मर्कज़ी हुकूमत ने चार सफ़हात पर मुश्तमिल एक मकतूब रवाना किया जिस में गवर्नर को ज़ाइद इख़्तियारात की
मज़ममत की गई और तेलंगाना हुकूमत के लिए रहनुम‌याना ख़ुतूत जारी किए गए।

बताया जाता हैके गवर्नर को 13 ज़ाइद इख़्तयारात की वज़ाहत करते हुए रियासती हुकूमत को मश्वरह दिया गया कि वो उनकी पाबंदी करे। तेलंगाना हुकूमत मर्कज़ के इस फ़ैसले को अवामी मुंख़बा हुकूमत के इख़्तियारात को सल्ब करने की कोशिश से ताबीर कररही है।

चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि उनकी हुकूमत वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी के फ़ाशिस्ट इक़दामात को बर्दाश्त नहीं करेगी। मर्कज़ के फ़ैसले के मुताबिक़ मुशतर्का दारुल हुकूमत में गवर्नर को हासिल ज़ाइद इख़्तियारात में अमन-ओ-ज़बत की बरक़रारी से मुताल्लिक़ उमोर शामिल हैं।