करीमनगर २९ दिसम्बर: (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) रीतू बाटा के सिलसिला में सरबराह तेलगोदेशम पार्टी करीमनगर का दौरा पुलिस के भारी बंद-ओ-बस्त के दरमयान मामूली गड़बड़ के वाक़ियात, शोर शराबी, एहितजाजी नारेबाज़ी, पुलिस के हल्के से लाठी चार्ज , गिरफ़्तारीयों के साथ इख़तताम को पहुंचा। पिछले तक़रीबन हफ़्ता दस दिन से तजस्सुस था कि दौरा होगा या नहीं। चूँकि टी आर उसका दावा था कि दौरा में हर हाल में रुकावट पैदा की जाएगी। कोडंडा राम की अपील भी बे कार साबित हुई। पुलिस हर इमकानी गड़बड़ के ख़दशा के इंसिदाद के लिए भारी बंद-ओ-बस्त के साथ एहतियाती इक़दामात के तहत टी आर एस के बाअज़ क़ाइदीन को घर पर नज़रबंद तो कुछ क़ाइदीन को हिरासत में लेकर पुलिस स्टेशनों को मुंतक़िल करदिया।
ऐसे माहौल में चंद्रा बाबू नायडू ने क़ब्लअज़ीं ऐलान के मुताबिक़ ज़िला का दौरा करते हुए दिखला दिया इस सिलसिले में पता नहीं कि हुकूमत की हिमायत थी या फिर ज़िला इंतिज़ामीया और पुलिस ने ख़ुद ये इंतिज़ामात किए थे कि सभी एहितजाजी पहले ही से पुलिस हिरासत में पहुंच चुके थे जहां कहीं शुबा हो वहां. तमाम मुक़ामात के क़ाइदीन को पुलिस की निगरानी में ले लिए जाने की वजह से चंद्रा बाबू नायडू का पूर्व बाटा कामयाब होगया। चंद्रा बाबू हसन आबाद मंडल लमबाड़ी प्ले मौज़ा पहूंच कर वहां किसानों, मज़दूरों से मुलाक़ात की। किसानों ने पैदावार को हुए नुक़्सानात से वाक़िफ़ करवाया। उन्हों ने कहाकि बारिश की वजह से साल हाल फसलों को नुक़्सान होचुका था। पैदावार हासिल ना हो पाई जो थोड़ी बहुत पैदावार हासिल हुई ख़रीदी पर मार्किट में मुनासिब दाम भी नहीं हासिल हुई। चंद्रा बाबू नायडू लमबाड़ी
पल्ले से पैदल चलते हुए मद कंवर पहुंच कर यहां के अवाम से बातचीत करना चाहते थे लेकिन यहां बाअज़ तेलंगाना के हामीयों ने अचानक ज़बरदस्त एहतिजाज शुरू करदिया तो पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज किया , एक एहितजाजी का पैर टूट गया। एहितजाजियों को पुलिस ने गिरफ़्तार करके जीप में वहां से मुंतक़िल करदिया। वहां से कुत्ता पली पहुंचने पर ख़वातीन ने चंद्रा बाबू नायडू का ख़ौरमक़दम करते हुए आरती उतारी और तिलक लगाकर आशीर्वाद दिया।
यहां से सीधे सुलतान पर पहुंच कर यहां जल्सा-ए-आम को ख़िताब किया। अतराफ़-ओ-अकनाफ़ और दीगर मुक़ामात से हज़ारों अफ़राद के मजमा को देख कर चंद्रा बाबू नायडू के चेहरे पर ख़ुशी की लहर दौड़ गई और कहाकि वो अपने आख़िरी क़तरा ख़ून तक ग़रीब कमज़ोर तबक़ात किसानों की बहबूद के लिए जद्द-ओ-जहद करेंगी। उन्हों ने कहाकि मेरे इक़तिदार में सभी तबक़ात की तरक़्क़ी के लिए कोशिश की थी।