हैदराबाद 07 फरवरी : ग्रेटर हैदराबाद चुनाव में टीआरएस की शानदार कामयाबी की असल वजह ग़रीबों को बेशुमार स्कीम का एलान ,सीमांध्र के अफ़राद को टीआरएस टिकट देना है।
दुसरे पार्टीयों से ताल्लुक़ रखने वाले अहम बा-असर क़ाइदीन को पार्टी सफ़ में शामिल करने की हिक्मत-ए-अमली भी कारगर साबित हुई। हुक्मराँ टीआरएस ने तेलंगाना की तारीख़ में शानदार कामयाबी हासिल की है। हैदराबाद के 150 वार्डस में 99 वार्डस पर इस का क़बज़ा है। इन नताइज से मालूम होता है कि टीआरएस को तेलंगाना में देरपा सियासी फ़ायदा हासिल होगा। उसने 2009 में जीएचएमसी चुनाव में हिस्सा ना लेकर एक तवील मुद्दत तक चुनाव मुहिम चला कर अपने मौकुफ़ को मज़बूत बनाया था।
जीएचएमसी में कामयाबी से टीआरएस को तेलंगाना की सियासत में तवील मुद्दत तक क़ुव्वत हासिल होगी। उस के अलावा असेंबली की 24 नशिस्तें जीएचएमसी हुदूद में आती हैं। अगर जीएचएमसी में टीआरएस को धक्का पहूँचता तो उसे हुक्मरानी की राह में मसाइल और मुश्किलात पैदा होते।