आदिलाबाद,25 जनवरी: तेलंगाना के ताल्लुक़ से मर्कज़ी वज़ीर ग़ुलाम नबी आज़ाद के बयान की मुख़ालिफ़त करते हुए मुस्तक़र आदिलाबाद में सयासी जमातों ने जहां एक तरफ़ मुख़्तलिफ़ मुक़ामात पर एहतिजाज मुनज़्ज़म करते हुए मर्कज़ी हुकूमत और मिस
ग़ुलाम नबी आज़ाद आग के पुतलों को नज़र-ए-आतिश किया वहीं दूसरी तरफ़ टी आर एस और बी जे पी से ताल्लुक़ रखने वाले तलबा
की तनज़ीमों की जानिब से मदारिस का बाईकॉट करते हुए रियालियां निकाली गई।
टी आर एस जमात की जानिब से तेलंगाना चौक पर बी जे पी की जानिब से अंबेडकर चौक पर और कमयूनिस्ट पार्टी आफ़ इंडिया की जानिब से बस इस्टेशन के रूबरू से गुज़रने वाली शाहराह पर मर्कज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ एहतिजाज मुनज़्ज़म किया गया। ग़ुलाम नबी आज़ाद के बयान की सख़्त मुख़ालिफ़त करते हुए सयासी जमातों के क़ाइदीन ने मर्कज़ी वज़ीर पर इल्ज़ाम आइद किया कि ग़ुलाम नबी आज़ाद तेलंगाना अवाम के जज़बात को मजरूह कर रहे हैं।
सुशील कुमार शन्डे ने एक माह की मुद्दत में तेलंगाना के ताल्लुक़ से क़तई फैसला करने का इरादा ज़ाहिर किया। जिस के पेशे नज़र जारीया माह की 28 तारीख का तेलंगाना अवाम बेचैनी से इंतिज़ार कर रहे हैं। उसी सूरत में रियासती इंचार्ज ग़ुलाम नबी आज़ाद के बयान से साबित होता है कि सुशील कुमार शन्डे भी साबिक़ मर्कज़ी वुज़रा की तरह अपने वादे के पाबंद नहीं।