नुमाइंदा ख़ुसूसी -शहर के हालात में तेज़ रफ़्तार तबदीली होरही है इस बात का यूं पता चलता है कि जगह जगह पुलिस चैकिंग कररही है । गाड़ीयों को रोक कर जामा तलाशी की जा रही है । होटलें जल्द बंद करदी जा रही हैं । हैदराबाद शहर में शादीयों में देर तक मेहमानों का रहना , टहरना , दावत का देर तक जारी रहना भी नहीं देखा जा रहा है । पुराना शहर में घरों के सामने चबूतरों पर बेहंगम जमघटा भी नहीं होरहा है ।
रातों में चहल पहल नहीं देखी जा रही है । शहर अव्वलीन साअतों में ही वीरान होजाता है । फ़ोन पर एक दूसरे को इत्तिलाआत दी जाती हैं । फ़ुलां मुहल्ला में ये हुआ यूं हुआ और वो हाँ अफ़्वाहों का बाज़ार गर्म है और ये रोज़ का मामूल बन गया है लेकिन क़ारईन किराम एक और बात से भी हालात का अंदाज़ा होता है कि कुछ अर्सा से पुलिस के ग़ैर आबाद पुलिस स्टेशन जो बंद पड़े थे उन की साफ़ सफ़ाई होरही है इन का रंग रोगन होरहा है उन्हें फिर से आबाद किया जा रहा है । इस से मालूम होता है कि वाक़ई कुछ बात तो है जो महिकमा पुलिस मुस्तइद्दीसे हरकत में आगई है । काबिल-ए-तारीफ़ अंदाज़ में काम होरहा है ।
आज हमारी नज़र हबीब नगर पुलिस स्टेशन के हदूद में वाक़्य सीताराम बाग़ आउट पोस्ट पर पड़ी जो हमेशा बंद पड़ा रहता था बल्कि यूं कहिए कि खन्डर बन गया था लेकिन क्या देखते हैं कि इस पर चूना डाला गया । इन्सपैक्टर साहिब अपनी निगरानी में काम करवा रहे हैं ये क़दीम पुलिस स्टेशन है जो बंद करदिया गया था । पिछले चंद दिनों में रात के वक़्त चाकूज़नी की वारदातें हुईं एक ही तबक़ा के नौजवानों को निशाना बनाया गया और एक टोला हिन्दू वाहिनी का इस के लिए ज़िम्मेदार है । ये बात अब तक की तहक़ीक़ात से पता चला है । पुलिस कमिशनर ए के ख़ां साहिब ने यक़ीन दिलाया है कि बहुत जल्द मुजरिमीन से वाक़िफ़ किराया जाएगा ।
सीताराम बाग़ के अतराफ़ के इलाक़ा में मानगोड़ तबक़ा के लोग ज़्यादा रहते हैं । अक्सर ये लोग मुजरिमाना सरगर्मीयों में मुबतला पाए जाते हैं । पुलिस का कहना है कि यहां आउट पोस्ट पुलिस स्टेशन , सब इन्सपैक्टर और चंद जवानों का रहना ज़रूरी होगया था , 6 दिसंबर क़रीब आरहा है । पुलिस की ये कोशिश है कि शहर की पुरअमन फ़िज़ा को ख़राब होने से बचाने हर तरह से चौकन्ना रहना चाहीए । उस की सख़्त ज़रूरत है । वैसे भी सीता रामबाग , मंगल हॉट , धूल पेट वो मुक़ामात हैं जहां हिन्दू वाहिनी ज़्यादा सरगर्म है । मुट्ठी भर शरपसंदों को शहर की हिन्दू मुस्लिम भाई चारगी खटक रही है । यही वजह है कि जगह जगह पूजापाट की जा रही है मासूमों को निशाना बनाया जा रहा है ।
लेकिन हमारे अमन पसंद शहरी उन के मज़मूम मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देंगे । पुलिस भी ऐसा मालूम होता है कि कमर किस चुकी है । और कोशिश कररही है कि हर हाल में शहर में अमन क़ायम रहे । जिस तरह सीताराम बाग़ का आउट पुलिस स्टेशन आबाद किया गया है । इस तरह कई और बंद पड़े हुए पुलिस स्टेशनों को आबाद करने की ज़रूरत है उन पर भी नज़र करम हो तो अच्छा होगा । शहर में ऐसे कई मुक़ामात हैं जहां सुबह ही सुबह नेकर पहने , हाथ में लाठी लिए बूढ़े जवान और ख़वातीन तक खुले आम ट्रेनिंग हासिल कररहे हैं अतराफ़ के इलाक़ों जैसे रंगा रेड्डी तक ये मंज़र देखने में आता है । अवाम को भी चाहीए कि वो सुनी सुनाई बातों पर यक़ीन ना करें और ना बात को दूसरों तक पहुंचाएं क्योंकि दुनिया हमारे शहर को मुहब्बतों और मीनारों के शहर की हैसियत से जानती है ।।