गाँव वालों ने आशिक जोड़े को सुनाई मौत की सजा

रांची : जिंदा फूंकने पर तुले गांववालों से बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आशिक जोड़े को बचाया। गांववालों का कहना था कि एक गोत्र का होने की वजह से लड़का लड़की ने जुर्म किया है, जिसकी सजा पंचायत ने मौत सुनाई है। पंचायत के हुक्म के बाद दोनों को जिंदा फूंकने के लिए गांववाले इकट्ठे हो गए थे और मिट्टी का तेल भी मंगा लिया था लेकिन वक़्त से पहुंची पुलिस ने अपनी जान जोखिम में डालकर दोनों को बचाया।

मामला जिले के कराईकेला थाना के लांदूपोदा गांव का है। गाँव वालों ने पुलिस टीम पर देर रात हमला बोल दिया। इसमें कई पुलिस जख्मी हो गए। रात 9.45 बजे पुलिस की टीम फायरिंग करते हुए थाना लौट सकी। गनीमत थी कि इससे पहले आशिक जोड़े को महफूज़ निकाल लिया था। जख्मी पुलिस मुलाजिम को डिविजनल अस्पताल में एडमिट कराया गया है।

जख्मी जवानों में डीएसपी रिहाईशगाह के हवलदार दूबे हेम्ब्रम, जवान मिथुन प्रमाणिक, टोकलो थाने का जवान रामजतन सिंह, कराईकेला थाने का जवान विश्वजीत महापात्रा के अलावे दीगर दो जवान शामिल हैं। आशिक जोड़े को कराईकेला थाने में रखा गया है।

गाँव वालों के फैसले की जानकारी मिलने पर पुलिस गांव पहुंची और आशिक जोड़े को भीड़ से निकाला। इससे गाँव वाले मुश्ताइल हो गए। इसी दरमियान कराईकेला थाना इंचार्ज बिग्गा तिग्गा जवानों के साथ दोबारा गांव पहुंचे। गाँव वाले ने उन्हें लड़का-लड़की को सौंपने की मांग की। उनका कहना था कि यह उनके समाज का मामला है, इसलिए सजा वे ही देंगे।

थाना इंचार्ज ने आशिक जोड़े को छोड़ने से इनकार कर दिया। इससे नाराज गाँव वाले ने थाना इंचार्ज और जवानों को घेर लिया। इसके बाद पोड़ाहाट के डीएसपी सुबोध कुमार जायसवाल भी जवानों के साथ गांव पहुंचे। गाँव वालों ने उन्हें भी घेर लिया।

करीब तीन घंटे तक समझाने के बाद आखिरकार पुलिस फ़ोर्स ने कार्रवाई का फैसला किया। वह कुछ कर पाते, इससे पहले गाँव वालों ने उन पर हमला बोल दिया। तब पुलिस टीम ने फायरिंग शुरू कर दी।