गांधी जी के अख़बार हरीजन की पहली बार दुबारा अशाअत

आज़ादी से पहले हिंद 1943-44 में महात्मा गांधी एक हफ़तावार अख़बार हरीजन के नाम से शुरू किया था जिस के ज़रिया वो हिंदुस्तान के समाजी-ओ-मआशी मसाइल के अलावा आलमी सतह पर पाए जाने वाले मसाइल की भी निशान देही किया करते थे।

उसी अख़बार के हुबहू शुमारे की आज इजराई अमल में आई। हरीजन महात्मा गांधी के वो कलीदी अख़बारात में से एक था जबकि यंग इंडिया की अशाअत पहले ही अमल में आचुकी थी, हरीजन की अशाअत अमल में नहीं आई थी। नवजीवन ट्रस्ट के पास गांधी से वाबस्ता तमाम तहरीरी मवाद की अशाअत के हुक़ूक़ महफ़ूज़ हैं।

19 जिल्दों पर मुश्तमिल इस अख़बार को पहली बार दुबारा शाय किया जा रहा है जिस का बाक़ायदा आज शुरु अमल में आएगा।