गांधी, नेहरू और वाजपेयी भी रंगीन मिजाज थे

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता श्री आशुतोष ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि अगर संदीप ने किसी दूसरी औरत के साथ उसकी सहमति से संबंध स्थापित किए हैं तो इसमें गलत क्या है। उन्होंने कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की है। न ही इस महिला ने संदीप के परिवार के किसी सदस्य या पुलिस से इसकी शिकायत की। ऐसा भी नहीं है कि संदीप ने किसी काम के बदले में महिला पर ऐसा करने का दबाव डाला हो। जब ऐसी कोई बात नहीं है और संबंध सहमति से स्थापित हुए हैं तो संदीप की भूमिका पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं।

भारत के राजनीतिक इतिहास में ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं जिनमें कई जानी मानी हस्तियों के अन्य महिलाओं से कथित संबंध रहे या फिर वह उसकी ओर आकर्षित हुए.आम‌ आदमी पार्टी नेता ने इस संबंध में श्री नेहरू और माउंट बेटन और गांधी जी और रवींद्र नाथ टैगोर के दूर के रिश्तेदार सरला चौधरी के बीच रिश्तों का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि ने नेहरू और ाीडोीना के बीच गहरे लगाउ के चर्चे इन दिनों आम थे, सारी दुनिया से परिचित थी। नेहरू जी अपनी कई साथी महिलाओं के साथ संबंधों की खूब खबर चला करती थीं, तब तो किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया। न ही इन रिश्तों के कारण उनका राजनीतिक कैरियर प्रभावित हुआ।

उन्होंने कहा कि गांधी जी के सरला चौधरी के साथ संबंध उनकी पत्नी कस्तूरबा बहुत परेशान रहती थीं। श्री आशुतोष ने कहा कि श्री वाजपेयी के भी एक औरत के साथ संबंध के चर्चे है| आशुतोष ने हालांकि यह स्वीकार किया है कि इन सभी बातों के बावजूद संदीप सीडी सार्वजनिक होने से पार्टी को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। आम आदमी पार्टी साफ सुथरी राजनीति करने वाली पार्टी है इसलिए इस मामले में कोई समझौता किए बिना तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आधे घंटे के अंदर संदीप कुमार को मंत्री पद से हटा दिया।

दो अन्य नेताओं के खिलाफ शिकायत मिलने पर भी ऐसी ही कार्रवाई की जा चुकी है लेकिन इस मामले भ्रष्टाचार से जुड़े थे जबकि ताजा मामला उन्हें थोड़ा अलग है। उन्होंने कहा कि इसमें संदीप कुमार को एक महिला के साथ एकांत के क्षणों बताते दिखाया गया है। ” मैं इस बात से सहमत हैं कि श्री कुमार सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों और ऐसे व्यक्तियों के आचरण और व्यवहार पर सबकी नजर रहती है। अगर वे कुछ असाधारण करते हैं इसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ती है।