गांधी ख़ानदान को तारीख़ी वजूहात पर ख़ुसूसी मुक़ाम

हैदराबाद 26 जुलाई: गांधी ख़ानदान को तारीख़ी वजूहात की बिना कांग्रेस में हासिल ख़ुसूसी मुक़ाम को हक़बजानिब क़रार देते हुए कांग्रेस के सीनीयर लीडर जय राम रमेश ने कहा कि सोनीया और राहुल दोनों ही ख़ुद को जमहूरी अमल के पाबंद रखे हुए हैं और वो कभी भी पार्टी पर मुसल्लत नहीं किए गए।

साबिक़ मर्कज़ी वज़ीर जय राम रमेश ने कहा कि ये कहना ग़लत होगा कि फ़ैसला साज़ी इस पार्टी में बड़ी हद तक फ़र्द-ए-वाहिद के हाथों मर्कूज़ है। रमेश ने पीटीआई से कहा कि कांग्रेस की सदर सोनीया गांधी मुख़्तलिफ़ ज़राए से मालूमात हासिल किया करती हैं और इस के बाद ही किसी फ़ैसले पर पहुँचती हैं। उन्होंने कहा कि ( अप्रैल 1998से ) ताहाल 18 साल गुज़र चुके हैं में इन ( सोनीया गांधी) के साथ काम करता रहा हूँ और मैं दावा करसकता हूँ कि उनके साथ मेरी बड़ी हद तक नज़रियाती यकसानियत रही है। वो ( मिसिज़ गांधी) इन क़ाइदीन में इंतेहाई जमहूरीयत पसंद हैं जिन्हें मैं जानता हूँ। बाज़ मुआमलात में वो बहुत ज़्यादा जमहूरीयत पसंद साबित हुई हैं।

जय राम रमेश ने कहा कि गांधी ख़ानदान कांग्रेस पर मुसल्लत नहीं हुआ है बल्कि पार्टी और मुल्क के लिए अपनी ख़िदमात के सबब उन्हें ना सिर्फ पार्टी बल्के मुल्क के सारे सियासी निज़ाम में एक नुमायां मुक़ाम हासिल है। मुझे इस में कोई ग़लती नज़र नहीं आई।