गाज़ा पट्टी में फिर इजरायल ने किया हमला, कई जगहों पर 45 रॉकेट किया हमला!

इस्राईल की सेना ने घोषणा की है कि उसने मंगलवार की रात ग़ज़्ज़ा पट्टी में लगभग 25 स्थानों पर बमबारी की है और यह हमला फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों से किए गए जाने वाले राकेट हमलों के जवाब में किया गया है।

इस्राईली सेना ने कहा कि कुल 30 स्थानों को चिन्हित किया गया था जहां से इस्राईली क्षेत्रों पर राकेट फ़ायर किए जा चुके हैं और इनमें से 25 स्थानों पर बमबारी की गई है। सेना ने कहा है कि हमास संगठन ने इस्राईली नागरिकों को निशाना बनाया है जिसके जवाब में हमने हमला किया है।

इस समय गज़्ज़ा पट्टी के इलाक़े में मौजूद फ़िलिस्तीनी संगठनों के साथ ज़ायोनी शासन का टकराव और तनाव काफ़ी बढ़ गया है। गत 30 मार्च से फ़िलिस्तीनी नागरिक गाज़ा पट्टी की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं और कई साल से घेराबंदी में रहने के बावजूद ग़ज़्ज़ा वासियों ने अपनी रक्षा के उपकरण तैयार किए हैं जिनकी मदद से वह इस्राईली क्षेत्रों पर जवाबी हमले करते हैं।

हालांकि इस्राईली सरकार परिस्थितियों के लिए फ़िलिस्तीनी संगठनों को ज़िम्मेदार मानती है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, दुनिया के अधिकतर देशों यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र संघ का कहना है कि इस्राईली सेना हद से ज़्यादा बल प्रयोग करके हालात को ख़राब कर रही है।

इस्राईल ग़ैर क़ानूनी शासन है। ज़ायोनी विचारधारा के यहूदियों ने फ़िलिस्तीन पर अवैध रूप से क़ब्ज़ा करके वहां इस्राईल की स्थापना की है और इस क्षेत्र के मूल निवासियों को विस्थापित कर दिया है जो फ़िलिस्तीन के अन्य भागों तथा पड़ोसी देशों सहित दुनिया के अनेक देशों में बिखरे हुए हैं। यह फ़िलिस्तीनी अपने देश और अपनी भूमियों की ओर लौटना चाहते हैं जिसे इस्राईल पूरी शक्ति से रोक रहा है।