गाज़ा पर हमें पुरी ताक़त के साथ हमला करना चाहिए, आखरी ज़ंग साबित हो- इजरायली नेता

फ़िलिस्तीनियों के मिसाइल हमलों के सामने ज़ायोनी शासन की मजबूरी से नाराज़ होकर अपने पद से इस्तीफ़ा देने वाले इस्राईल के पूर्व रक्षा मंत्री एविगडोर लिबरमैन ने कहा है कि ग़ज्ज़ा के ख़िलाफ़ अगला युद्ध आख़िरी युद्ध होना चाहिए।

parstoday.com के अनुसार, लिबरमैन ने कहा है कि इस्राईली सेना के ख़ुफ़िया सूचनाओं के आंकलन से पता चलता है कि अगले एक साल के दौरान इस्राईल ग़ज्ज़ा और वेस्ट बैंक में फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ बड़े पैमाने पर युद्ध छेड़ने जा रहा है।

उन्होंने दावा किया कि इस्राईली सेना का ताज़ा मूल्यांकन पिछले साल मेरे आकलन के अनुरूप है। यिसाईल बीतीनू पार्टी के प्रमुख लिबरमैन ने नेतनयाहू की सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा, बेरूत सरकार ग़ज्ज़ा के ख़िलाफ़ युद्ध नहीं छेड़कर और ग़ज्ज़ा की घेराबंदी में ढील देकर फ़िलिस्तीनी संगठनों को शक्ति प्रदान कर रही है।

ज़ायोनी शासन के पूर्व रक्षा मंत्री का कहना था कि क़तर से मिलने वाली राशि को ग़ज्ज़ा में हमास तक पहुंचाने से हमास की सैन्य शाख़ा इज्ज़ुद्दीन क़स्साम ब्रिगेड को लाभ पहुंच रहा है।

लिबरमैन ने कहा, ग़ज्ज़ा और अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीनी इलाक़े वेस्ट बैंक में मौजूद फ़िलिस्तीनियों के बीच हमास की लोकप्रियता में दिन प्रतिदिन इज़ाफ़ा हो रहा है।

ज़ायोनी नेता ने कहा, अगला टकराव अंतिम टकराव होना चाहिए। हमें भरपूर शक्ति से हमला करना चाहिए और हमास को इतना कमज़ोर कर देना चाहिए कि भविष्य में फिर कभी वह हम पर हमला करने का भी ख़याल दिल से निकाल दें। लिबरमैन ने पिछले साल नवम्बर में हमास की जवाबी कार्यवाही के बाद अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।

हालांकि वह ग़ज्ज़ा पर आख़िरी हमले की मांग करते वक़्त यह भूल गए कि इस्राईल ग़ज्ज़ा पर अब तक कई युद्ध थोप चुका है और कई हमले कर चुका है, लेकिन 2014 के युद्ध में क़रीब 2200 फ़िलिस्तीनियों को शहीद करने के बावजूद उसे अपमानजनक हार का सामना करना पड़ा था।