बैन किया गया गाय का गोश्त के खरीद-फरोख्त के मुल्जिमान को गिरफ्तार नहीं किए जाने के मुखालिफत में रामगढ़ बंद के दौरान बुध को जम कर तसद्दुद वारदात हुई। शहर में काशीदगी है। बवाल उस वक़्त शुरू हुआ, जब नारेबाजी के साथ बंद कराने निकले विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल और गोरक्षा समिति के मेंबरो की भिड़ंत नईसराय में मुखालिफत कर रहे लोगों से हो गई। बंद मुखालिफीन ने रिवायती असलाह की ताक़त पर इन्हें दूर तक खदेड़ दिया। इसके बाद नारेबाजी करते हुए लोग नईसराय पुल के नज़दिक एनएच-33 पर उतर आए। इनके हाथों में तलवार, भाला, लाठी और ईंट-पत्थर थे। सड़क पर उतरते ही इन लोगों ने तांडव मचाना शुरू कर दिया। इस दौरान बस-ट्रक समेत दर्जनों छोटे-बड़े गाड़ियों के शीशे तोड़ते हुए नुकसान कर दिया गया। कई बाइक सवारों को पीटा गया।
हालत की संजीदगी को देखते हुए जाये हादसा पर एसपी डॉ. एम तमिलवाणन, एसडीओ केके राजहंस, एसडीपीओ दीपक कुमार और डीएसपी वीरेंद्र चौधरी मौके पर पहुंचे। एसपी की कियादत में पुलिस-इंतेजामिया के अफसरों ने लोगों को समझा बुझाकर किसी तरह एनएच से जाम हटाया, लेकिन पुलिस इंतेजामिया के लोगों के काफी मान-मनौव्वल के बाद भी लोग एनएच के किनारे हरवे-असलाह के साथ घंटों जमा रहे।
दूसरी तरफ खदेड़े गए बंद हिमायतों ने भी शहर पहुंच कर राजा बंगला के नज़दिक हो हल्ला शुरू कर दिया। इन लोगों ने भी गाड़ियों में तोड़-फोड़ करना शुरु कर दिया। इत्तिला पर नईसराय में मौजूद पुलिस अफसरों का दल यहां पहुंचा और भीड़ को तितर-बितर कर हालात को फौरन कंट्रोल कर लिया। इस दौरान पुलिस के हटने का फायदा उठाते हुए नईसराय में दुबारा मुश्तईल लोग एनएच पर उतर आए और तोड़-फोड़ शुरू कर दी। हालांकि, एसपी की कियादत में मामले को दुबारा पुरअमन कराते हुए काबू में कर लिया गया। वाकिया के बाद रामगढ़ शहर और आसपास काशीदगी का माहौल बनी हुई है।