बीजेपी एमपी योगी आदित्यनाथ का ध्यान अब गायों की तरफ चल पड़ा है। उनकी अगुवाई वाली हिंदू युवा वाहिनी चाहती है कि गाय को राष्ट्रमाता ऐलान किया जाए। आदित्यनाथ का नाम घर वापसी मुहिम की हिमायत करने की वजह से कुछ समय पहले सुर्खियों में था। वह मुल्क की हर मस्जिद में गौरी-गणेश की मूर्तियां कायम करने की खाहिश भी जता चुके हैं।
बीजेपी के मिस्ड-कॉल वाले मेंबरशिप कैंपेन की कामयाबी से खुश होकर हिंदू युवा वाहिनी ने इसी तरह की पालिसी अपनाई है। इसने अपनी मुहिम के लिए हिमायत जुटाने के मकसद से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ज़ांच की बुनियाद पर एक मिस्ड-कॉल सब्सक्रिप्शन नंबर 07533007511 लॉन्च किया है।
आदित्यनाथ ने ईटी से कहा कि, ‘गाय सनातन मज़हब की पहचान है। इसमें कोई शक नहीं है कि हिंदुस्तान की रूहानी और इक्तेसादी ढ़ांचे के बीच ताल्लुकात है।
मोदी की अगुवाई में गुजश्ता साल लोकसभा इंतेखाबात में जीत दर्ज करने के बाद कुछ रियासतों के विधानसभा इंतेखाबात में बीजेपी को मिली कामयाबी से Cow Protection मुहिम को मजबूती मिली है। महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार ने गाय के जिबह करने पर बैन लगाने के लिए एक कानून लागू किया है।
अगर कोई गाय का गोश्त बेचता पाया गया या उसके कब्जे से गाय का गोश्त मिला तो उसे पांच साल की कैद और जुर्माने का सामना करना होगा। महाराष्ट्र के मालेगांव शहर में पुलिस ने गायों के मालिकों से हर जानवर की तस्वीर देने को कहा है। इसका मकसद शायद जानवरों की निगरानी करने का है।
बीजेपी के इक्तेदार वाले एक दूसरे रियासत हरियाणा ने भी हाल ही में गाय काटने पर रोक लगा दी थी। इस कानून की खिलाफवर्जी करने वालों को 10 साल की कैद और जुर्माने की सजा मिल सकती है। होम मिनिस्टर राजनाथ सिंह ने हाल में हिंद-बांग्लादेश सरहद पर बीएसएफ के स्टेशन के दौरे के दौरान कहा था कि गायों को सरहद पार जाने से रोका जाए ताकि पड़ोसी मुल्क में गाय का गोश्त खाने से हौसला सिकनी किया जा सके।
आदित्यनाथ इस बात को लेकर साफ हैं कि मुल्क के लोग इस मुहिम के साथ हैं। उन्होंने कहा, ‘हमने यह मुहिम शुरू किया है क्योंकि अक्सरियत के जज़्बात इससे जुड़ी हैं और गाय को कोई क़ौमी दर्जा देकर इसे माना जाना चाहिए। पूरे मुल्क में गाय के जिबह करने पर रोक लगाया जाना चाहिए।’