नई दिल्ली। राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस महेश चंद्र शर्मा के मोर को ब्रह्मचारी बताने के बयान को सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज ए.के. गांगुली ने गलत बताया है। जस्टिस गांगुली ने कहा कि मोर ब्रह्मचारी नहीं होता।
उन्होंने खुद मोर की मोरनी को आकर्षित करने के लिए निकाली जाने वाली आवाजों को सुना है। उन्होंने जस्टिस शर्मा की उस सलाह को भी खारिज कर दिया, जिसमें गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने की बात कही गई थी।
उन्होंने कहा कि यह उनकी अपनी कल्पना है, गाय को राष्ट्रीय पशु बनाने से वह सुरक्षित नहीं हो जाएगी। यह गौ हत्या रोकने का सही तरीका नहीं है।