लंदन ०6 जनवरी (एजैंसीज़) मोटर ड्राइविंग का मसला हर मुल्क में एहमीयत रखता है। किसी मुल्क में ड्राइविंग की नशिस्त बाएं जानिब होती है तो कहीं दाएं जानिब। मोटर चलाने से क़बल मुल्क के मोटर ड्राइविंग क़वानीन से वाक़िफ़ होना ज़रूरी है।
दुनिया के हर मुल्क में सड़कों पर ट्रैफ़िक के बहाओ और हादिसात के इंसिदाद के लिए अपने क़वाइद-ओ-क़वानीन मौजूद हैं। ताहम चंद अहम ममालिक में ट्रैफ़िक बहाओ के लिए कहीं सड़क की सीधी जानिब को एहमीयत दी जाती है तो कहीं बाएं जानिब से गाड़ीयों को अपना सफ़र तै करना पड़ता है। लेकिन 31 साला अहमद उल्दू बेली जोकि दुबई से बर्तानिया पहुंचे थे और उन्हें ये याद नहीं रहा कि सड़ा की किस जानिब से सफ़र करना है और इसी ग़लती ने ना सिर्फ एक मासूम की जान ले ली बल्कि अहमद को 2 साल की सज़ाए क़ैद भी हो गई।
तफ़सीलात के बमूजब दुबई से कैंब्रिज शाइर पहुंचने वाले अहमद अपने दोस्त की कार लेकर बाहर निकली। ताहम वो ये भूल गए कि ये दुबई नहीं बर्तानिया है जहां सड़क कैद वसरी जानिब से सफ़र करना पड़ता है और अहमद की इसी भूल ने 3 साला हैनरी को मौत की नींद सुला दिया और इस के वालिद मार्टीन बलॉक लॉक को ज़िंदगी भर के लिए माज़ूर कर दिया।