गिरानी अलावुन्स में 10 फ़ीसद इज़ाफ़े का इमकान

मर्कज़ी हुकूमत इमकान है कि आइन्दा माह सरकारी मुलाज़िमीन के लिए गिरानी अलावुन्स में 10 फ़ीसद इज़ाफ़े का ऐलान करेगी। इससे तक़रीबन 50 लाख मुलाज़िमीन और 30 लाख वज़ीफ़ायाबों को फ़ायदा होगा।

इस दस फ़ीसद इज़ाफ़े के साथ गिरानी अलावुन्स 100 फ़ीसद हो जाएगा। मर्कज़ की यू पी ए हुकूमत की जानिब से दो हिंदसों में गिरानी अलावुन्स में इज़ाफ़ा दूसरी मर्तबा किया जा रहा है। हुकूमत ने गुज़िशता साल सितंबर में महंगाई भत्ते में 10 फ़ीसद इज़ाफ़े का ऐलान किया था, जिससे ये अलावुन्स बढ़ कर 90 फ़ीसद तक पहूंच गया था। इस ऐलान पर 1 जुलाई 2013 से अमल आवरी हो रही है।

सरकारी ज़राए का कहना है कि इब्तिदाई अंदाज़ों से पता चलता है कि गिरानी अलावुन्स में इज़ाफ़ा 10 फ़ीसद से कम का नहीं होगा और इस पर 1 जनवरी 2014 से अमल आवरी होसकती है। उन्होंने कहा कि गिरानी अलावुन्स में इज़ाफ़ा के हक़ीक़ी तनासुब का जायज़ा उसी वक़्त लिया जा सकता है जब माह दिसम्बर के लिए कस्टमर प्राइस इंडैक्स ( बराए सनअती मज़दूर ) का ऐलान किया जाये। हुकूमत की जानिब से जनवरी 31 को जो उबूरी डाटा जारी किया गया है इस के बमूजब माह दिसम्बर में सनअती वर्कर्स के लिए रीटेल इफ़रात-ए-ज़र की शरह 9.13 फ़ीसद रही थी।

हुकूमत अपने मुलाज़िमीन के लिए गिरानी अलावुन्स में इज़ाफ़ा करने के लिए गुज़िशता 12 माह का सनअती वर्कर्स का कस्टमर प्राइस इंडेक्स नज़र में रखती है। ऐसे में इस बार गिरानी अलावुन्स में इज़ाफ़ा के लिए 2013 में जनवरी तक डसमबर इफ़रात-ए-ज़र की शरह को नज़र में रखा जाएगा।हड़ताल करेंगे और उन का मुतालिबा है कि सातवां पै कमीशन क़ायम करके तनख़्वाहों पर नज़र-ए-सानी की जाये।