गुजरात की तरक़्क़ी मोदी की नहीं मर्कज़ी फंड्स की मरहून-ए-मिन्नत : कपिल सिब्बल

नई दिल्ली, 30 मार्च: मर्कज़ी वज़ीर कपिल सिब्बल ने ढके छिपे अंदाज़ में वज़ीरे आला गुजरात नरेंद्र मोदी को तन्क़ीद का निशाना बनाते हुए कहा कि रियासत गुजरात में आज जो भी तरक़्क़ी नज़र आरही है वो मर्कज़ी फंड्स की मरहूने मिन्नत है जबकि इस में नरेंद्र मोदी का कोई कमाल नहीं है। नरेंद्र मोदी का नाम लिए बगै़र वज़ीर टेलीकॉम ने कहा कि अगर इस रियासत में कोई मुतवातिर तीन बार इंतिख़ाबात जीत लेता है तो लोग इसे मुल्क के वज़ीरे आज़म के ओहदे के लिए अहल समझने लगते हैं।

एक असेम्बली हलक़ा राय दही में रोड पराजेक्ट्स का इफ़्तिताह अंजाम देते हुए सिब्बल ने फिर अपनी बात दोहराई और कहा कि तीन बार मुसलसिल इंतिख़ाबात में कामयाबी वज़ीरे आज़म के ओहदे के लिए अहल होने की दलील नहीं है जबकि गुजरात की तरक़्क़ी में मर्कज़ी फंड्स ने अहम रोल अदा किया है। इस मौक़े पर उन्होंने नरेंद्र मोदी का तक़ाबुल दिल्ली की वज़ीरे आला शीला दिक्शित‌ से किया और कहा कि जब यहां असेम्बली इंतिख़ाबात मुनाक़िद होंगे तो शीला दिक्शित‌ मुसलसिल चौथी बार यक़ीनी तौर पर कामयाब होंगी क्योंकि अवाम से उन के ( शीला) क़रीबी रवाबित का कोई दूसरा वज़ीरे आला मुक़ाबला नहीं कर सकता।

शीला दिक्शित‌ हमेशा अवाम के दरमियान रहती हैं। हालाँकि बतौर वज़ीरे आला तरक़्क़ियाती कामों में भी उन्होंने हमेशा दिलचस्पी दिखाई। रवाबित के क़ियाम को भी उन्होंने एहमियत दी,लेकिन सब से अहम बात ये है कि शीला दिक्शित‌ में अवाम के दिलों को मुसख़्ख़र करने की सलाहियत है। असली क़ाइद वही होता है जो अवाम के दिलों में रहता है। उन्होंने कहा कि इसी लिए में यक़ीन के साथ कह सकता हूँ कि जारिया साल नवम्बर में मुनाक़िद शुदणी इंतिख़ाबात में शीला दिक्शित‌ मुसलसिल चौथी बार कामयाबी हासिल करेंगी क्योंकि सियासत में इन का वही मुक़ाम है जो क्रिकेट में सचिन तेन्डोलकर का है।

अपनी बात जारी रखते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि शीला दिक्शित‌ ने अवाम से जो भी वादे किए उन्हें पूरा किया। उन्होंने एक बार फिर बिलवासता तौर पर नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि ऐसी कई रियासतें हैं जहां के वुज़राए आला अपनी कारकर्दगियों का ढंडोरा पीटते नहीं थकते। कुछ तो ऐसे होते हैं कि इंतिख़ाबात से पहले ही ख़ुद को वज़ीरे आज़म के ओहदे का अहल समझने लगते हैं। इस मौक़े पर शीला दिक्शित‌ ने भी ख़िताब किया और कहा कि दिल्ली की तरक़्क़ी का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली एयरपोर्ट को दुनिया के बेहतरीन एयरपोर्टस में दूसरा मुक़ाम हासिल है।