गुजरात चुनाव के नतीजे तानाशाही शासन में यकीन रखने वालों के लिए खतरे की घंटी है- शिवसेना

मुंबई। शिवसेना ने अपनी सहयोगी भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए मंगलवार को कहा कि विकास का गुजरात मॉडल हिल गया है और राज्य के चुनावी नतीजे तानाशाही शासन में यकीन रखने वालों के लिए खतरे की घंटी है।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखे गये एक संपादकीय में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को बंदर कहकर उनका मजाक उड़ाया गया, लेकिन इन बंदरों ने शेर को तमाचा जड़ दिया।

संपादकीय में कहा गया कि भाजपा ने गुजरात और हिमाचल में जीत जरूर हासिल की, लेकिन कांग्रेस भी हारी नहीं है। शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत का सपना पूरा नहीं हो सका।

पार्टी ने कहा कि गुजरात के चुनावी नतीजे तानाशाही शासन में यकीन रखने वालों के लिए खतरे की घंटी है। संपादकीय में कहा गया कि भाजपा भले ही चुनाव जीत गयी हो, लेकिन चर्चे तो राहुल गांधी की प्रगति के हैं।

कहा जा रहा था कि गुजरात में भाजपा 150 से कम सीटें नहीं जीतेगी, लेकिन 100 सीटों तक पहुंचना भी उनके लिए मुश्किल हो गया।