अहमदाबाद: गुजरात चुनाव के प्रथम चरण के लिए मैदान में उतरे कुल 997 उम्मीदवारों में से 198 उम्मीदवार करोड़पति हैं। ये विभिन्न राजनीतिक दलों से और निर्दलीय हैं। सत्तारूढ़ भाजपा ने 76 करोड़पति उम्मीदवारों, जबकि विपक्षी कांगेस ने ऐसे 60 उम्मीदवारों को टिकट दिया है। वहीं, 580 उम्मीदवार महज पांचवीं, आठवीं, 10 वीं या 12 वीं कक्षा तक पढ़े हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स (एडीआर) और गुजरात इलेक्शन वाच द्वारा प्रथम चरण के चुनाव के लिए कुल 977 उम्मीदवारों में 923 का विश्लेषण किया गया। इसमें भाजपा ने 76 करोड़पति उम्मीदवारों को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने ऐसे 60 उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, राकांपा के सात, आप के छह और बसपा के दो उम्मीदवार करोड़पति हैं।
इन करोड़पति उम्मीदवारों में 65 ने पांच करोड़ रुपए अधिक संपत्ति होने की घोषणा की है, जबकि 60 अन्य ने अपनी चल और अचल संपत्ति दो से पांच करोड़ रूपये के बीच होने का हलफनामे में दावा किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 25 निर्दलीय उम्मीदवार भी करोड़पति हैं। हालांकि, 54 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण नहीं हो पाया क्योंकि या तो उनका हलफनामा सही ढंग से स्कैन नहीं हो पाया, या वे अधूरे हैं।
राजकोट – पश्चिम सीट से कांग्रेस उम्मीदवार इंद्राणिल राज्यगुरू सबसे धनी उम्मीदवार के तौर पर उभरे हैं जिन्होंने 141. 2 करोड़ रुपए की संपत्ति की घोषणा की है। वह भाजपा उम्मीदवार एवं राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के खिलाफ मैदान में हैं।
इस मामले में बोताड सीट से भाजपा उम्मीदवार सौरभ पटेल दूसरे स्थान पर हैं। वह गुजरात के पूर्व वित्त मंत्री हैं। उन्होंने 123.78 करोड़ रुपए की संपत्ति की घोषणा की है। वहीं, तीसरे स्थान पर वधवान सीट से भाजपा उम्मीदवार धनजीभाई पटेल (113.47 करोड़) हैं। लेकिन धनजीभाई सालाना आय के मामले में शीर्ष पर हैं। राज्य में प्रथम चरण का चुनाव नौ दिसंबर को होना है जिसके लिए 977 उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रथम चरण के चुनाव में 89 सीटों पर मतदान होगा। दिलचस्प है कि दो निर्दलीय उम्मीदवारों – प्रकाश उनादकट (पोरबंदर) और रफिक हुसैन (सोमनाथ) ने अपनी चल या अचल संपत्ति शून्य घोषित की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शैक्षणिक योग्यता के मामले में 923 उम्मीदवारों में 580 उम्मीदवार पांचवीं, आठवीं, 10 वीं या 12 वीं कक्षा तक पढ़े हैं। 76 उम्मीदवारों ने खुद के साक्षर होने की जानकारी दी है जबकि 17 ने खुद को निरक्षर बताया है। रिपोर्ट के मुताबिक 923 उम्मीदवारों में 57 महिलाएं हैं। वहीं, करीब 40 फीसदी उम्मीदवार (367) 25 से 40 साल आयुवर्ग के हैं।