गुजरात चुनाव में सबसे अधिक चंदा बीजेपी ने बटोरें, कांग्रेस को सिर्फ फीसदी

नई दिल्ली। 2011-12 और 2015-16 के बीच भाजपा को गुजरात के दानकर्ताओं से मिला चंदा अन्य पांच राष्ट्रीय दलों के कुल चंदे से चार गुना से भी अधिक है।

भाजपा को बीस हजार रुपए से ऊपर वाले 2,186 दानदाताओं ने 80.45 करोड़ रुपए दान किए हैं, जबकि कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, बसपा और एनसीपी को मिलाकर सिर्फ 17.10 करोड़ रुपए मिले।

ये आंकड़े गुजरात इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्फर्स (एडीआर) की रिपोर्ट में सामने आए हैं। यहां बता दें कि भाजपा को गुजरात में मिला चंदा देश के अन्य राज्यों में मिले चंदे से कई गुना ज्यादा है।

दरअसल देशभर में राजनीतिक दलों को कुल 801.675 करोड़ रुपए का चंदा मिला है, जिसका दसवां हिस्सा यानी 97.55 करोड़ रुपए अकेले गुजरात राज्य से दान किया गया है।

खास बात यह है कि गुजरात में पांच राष्ट्रीय दलों को मिले चंदे का 82 प्रतिशत अकेले भाजपा को मिला है, जो कि अन्य दलों से 4.7 गुना ज्यादा है। इसके बाद दूसरे स्थान पर कांग्रेस है।

जिसे अन्य पांच दलों को मिले 17.10 करोड़ में से 14.09 करोड़ रुपए दिए हैं। सीपीएम को 3 करोड़ व सीपीआई को महज 1 करोड़ चंदा मिला।

एनसीपी व बसपा को इस अवधि में बीस हजार से ऊपर का कोई चंंदा नहीं मिला। एनसीपी के दानदाताओं में ज्यादातर बिजनेस घरानों का योगदान है। कांगे्रस का 6 प्रतिशत (13.57 करोड़) और भाजपा का लगभग 8 प्रतिशत (71.35 करोड़) चंदा बिजनेस घरानों से आया है।

सीपीआई का एक लाख से कम का कोई चंदा कॉरपोरेट या बिजनेस घरानों से नहीं आया। इन पांच वर्षों में पांचों दलों को मिले कुल 97.55 करोड़ में सर्वाधिक 45.33 करोड़ 2012-13 में मिला है, जो कि पांच वर्षों में मिले कुल चंदे का आधे से थोड़ा कम है।

गुजरात इलेक्शन वाच के राज्य कोऑर्डिनेटर ने बताया कि इस रिपोर्ट में प्रयुक्त आंकड़े राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव आयोग को प्रस्तुत विवरण पर आधारित हैं।

राजनीतिक दलों को दिए जाने वाले चंदें ब्लैक मनी भी दिए जाने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल पिछले पांच सालों में छह दलों को जिन 08 दानदाताओं ने चंदा दिया है।

उसका पांचवां हिस्सा (1 प्रतिशत) या 18.66 करोड़ बिना पैन कार्ड डिटेल के दिया गया है। इन दलों में भाजपा व कांग्रेस ऐसे हैं, जिन्होंने बीस हजार से अधिक के नकद चंदे का विवरण दिया है।