अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आ चुका है। दोनों जगहों पर वोटरों ने बीजेपी के पक्ष में ज्यादा वोटिंग कर उन्हे राज्य में सरकार बनाने का जनदेश दिया है। लेकिन इस चुनाव में वोटरों का गुस्सा भी देखने को मिला है।
गुजरात में 1.8 फीसदी वोटरों ने EVM में नोटा का बटन दबाया जबकि हिमाचल प्रदेश में 0.9 फीसदी मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।
गुजरात में नोटा मत फीसदी बीजेपी और कांग्रेस को छोड़कर किसी भी अन्य दल के मत प्रतिशत से अधिक था। जानकारों की मानें तो यह वोट अगर किसी एक पार्टी को जाती तो उसके बढ़ सकती थी 25 सीटें।
आपको बता दें कि नोटा विकल्प मतदाता को आधिकारिक रूप से इस बात का अधिकार देता है कि वह चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों को खारिज कर दे।