गुजरात में 2002 के गुलबर्ग सोसाइटी नरसंहार केस से जुड़ा एक और आरोपी ‘लापता’ हो गया है। दो सप्ताह से उसका कोई पता नहीं है। बेल या पैरोल पर जाने के बाद आरोपियों के नहीं लौटने का इस केस में यह दूसरा मामला है।Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
इससे पहले आरोपी कैलाश लालचंद धोबी पैरोल की मियाद खत्म होने के बावजूद नहीं लौटा। उसने गुजरात हाईकोर्ट को एक चिट्ठी भी लिख डाली। इसमें उसने लिखा कि अब वह केस का फैसला हो जाने पर ही लौटेगा। यह देश में अपनी तरह का पहला मामला है।
लल्लू से पहले कैलाश लालचंद धोबी भी नहीं लौटा था। 14 साल से जेल में बंद धोबी पैरोल पर था। 22 जनवरी को उसके पैरोल की मियाद खत्म हो गई थी। लेकिन वह नहीं लौटा। 25 जनवरी को हाईकोर्ट ने अंतरिम जमानत बढ़ाने की उसकी अपील भी खारिज कर दी। फिर भी वह नहीं लौटा। उसके करीबी सूत्र बताते हैं कि उसने हाईकोर्ट को चिट्ठी लिख कर कह दिया कि वह अब केस का फैसला आ जाने के बाद ही लौटेगा।