गुजरात में हुए दंगों के वक़्त में दाऊद इब्राहिम ने हिन्दुओ को मारने वालों को मोटी रकम और साउथ अफ्रीका में नौकरी देने की पेशकश की थी। सूत्रों के मुताबिक यह बात सामने आई है कि दाऊद ने भारत में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने के लिए इस ऑफर के तहत भर्तियां करने की ये खास योजना बनाई थी। एनआईए ने यह दावा किया है कि दाऊद ने भारत में धार्मिक नेताओं, चर्चों और राष्ट्रीय आरएसएस के नेताओं पर हमला कर सांप्रदायिक तनाव फैलाना चाहता था।
सूत्रों की मानें तो मोदी सरकार बनने के बाद डी-कंपनी ने अपने 10 लोगो को देश में तनाव पैदा करने और संघ नेताओं पर हमला करने का काम दिया गया था। अब इन 10 लोगों के खिलाफ अहमदाबाद की एक अदालत में चार्जशीट भी दायर की गई है, जिसमें इन पर आरोप हैं कि इन्होने हिंदू नेताओं पर हमला करने की साजिश की थी।