गुजरात दंगों में हिन्दुत्ववादियों ने घर जलाया था , अब बेटे को गौरक्षकों ने मार डाला

गुजरात: चौदह साल पहले 2002 में गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगे में घर खो देने वाली मेहराजबानो से अब गौरक्षकों ने उनका 29 का साल का बेटा भी छीन लिया |

12 सितंबर को गौरक्षकों द्वारा बेरहमी से पीटे जाने के बाद अस्पताल में चार दिन बाद दम तोड़ देने वाले मोहम्मद अय्यूब की माँ मेहराजबानो ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि “2002 के तूफ़ान ने मेरी झोंपड़ी जला दी थी अब गौरक्षकों ने मेरे बेटे को मार डाला है” |

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अय्यूब की चाची खेरुन्निसा ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि “मैं ये पूछना चाहती हूँ कि क्या गाय के लिए आप एक इंसान की जान ले लोगे ? अगर अय्यूब कुछ ग़लत कर रहा था तो उसे पुलिस को सौंप देना चाहिए था” |

मेहराजबानो ने कहा कि 2002 के सांप्रदायिक दंगे में अहमदाबाद की शाह-ए-आलम बस्ती में उनके घर को आग लगा दी गयी थी जिसके बाद वह इमदानगर बस्ती में रहने लगीं थीं |
उन्होंने बताया कि अपने पति की मौत के बाद उन्होंने दोनों बेटों कि ज़िम्मेदारी खुद उठाई और अब उन्हें अय्यूब की पत्नी और बच्चों की ज़िम्मेदारी उठानी होगी|