गुजरात फ़सादाद के 10 साल , मुतास्सिरीन पर आज भी ख़ौफ़ के साये

गुजरात में मुस्लिम कश फ़सादाद के कल 10 साल पूरे हो रहे हैं । इन होलनाक फ़सादाद के मुतास्सिरीन हनूज़ इंसाफ़ से महरूम हैं । गुजरात के मुस्लमानों में ख़ौफ़ अभी भी बाक़ी है ।गोधरा ट्रेन आतिशज़नी वाक़िया में 59 कार सेवको की हलाकत के बाद फूट पड़ने वाले भयानक फ़िर्कावाराना फ़सादाद के नतीजा में 1200 मुस्लमान हलाक हुए थे ।

अयोध्या से वापस होने वाली साबरमती एक्सप्रेस् ट्रेन के कोच नंबर S-6 को 27 फ़रवरी 2002 को गोधरा रेलवे स्टेशन के क़रीब आग लगा देने का वाक़्या पेश आया था । इसके फ़ौरी बाद गुजरात में जो कुछ हुआ गुज़स्ताह् एक दहिय के दौरान ये रियासत मुस्लमानों के ख़ून और नाइंसाफ़ीयों की तारीख़ से याद की जा रही है ।

इंसानी हुक़ूक़ के अरकान चीफ़ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी , उनकी काबीना के रफ़क़ा और सरकारी ओहदेदारों पर इल्ज़ाम आइद कर रहे हैं कि मुस्लिम कश फ़सादाद पर क़ाबू पाने में दानिस्ता कोशिश नहीं की गई । मुअत्तल शूदा आई पी एस ओहदेदार संजीव भट्ट ने भी इल्ज़ाम आइद किया कि नरेंद्र मोदी और दीगर ने फ़सादीयों को खुली छूट दे रखी थी ।

मोदी ने पुलिस और दीगर ओहदेदारों को हिदायत दी थी कि वो 27 फ़रवरी 2002 के दिन अपने ग़म-ओ-ग़ुस्सा का इज़हार करने के लिए हिन्दुओं को इजाज़त दे दें। चीफ़ मिनिस्टर ने इस दिन इजलास तलब करते हुए पुलिस के आला ओहदेदारों और दीगर हुक्काम को ताकीद की थी कि वो मुस्लमानों पर हमला करने वाले हिन्दुओं को रोका ना जाये । इस इजलास में आई पी एस ओहदेदार संजीव भट्ट भी शरीक थे लेकिन नरेंद्र मोदी ने उनके इल्ज़ामात की तरदीद की है ।

गुजरात के मुस्लिम फ़सादाद का सानिहा हुए 10 साल गुज़र चुके हैं लेकिन मुस्लमानों को हनूज़ इंसाफ़ नहीं मिल सका , अब तक सिर्फ चंद मुक़द्दमात में फ़ैसले किए गए हैं। कई दीगर मुक़द्दमात अदालतों में ज़ेर-ए-समाआत हैं । अगर चीका रियास्ती हुकूमत ने माबाद गोधरा फ़िर्कावाराना तहक़ीक़ात के लिए नानावती कमीशन का तक़र्रुर अमल में लाया था और इसने अपनी रिपोर्ट पेश नहीं की है ।

गुजरात मुस्लिम कश फ़सादाद की 10 वीं बरसी को विश्वा हिन्दू परिषद और गोधरा आतिशज़नी वाक़्या के महलोकीन के अरकान ख़ानदान सोग के तौर पर मना रहे हैं । गुजरात फ़सादाद में हलाक होने वाले मुस्लमानों को इंसाफ़ दिलाने की कोशिश करने वाली एन जी ओज़ (NGOs) की जानिब से भी कल यौम ग़म मनाया जाएगा । मुतास्सिरा अफराद से मुलाक़ात करके उनके साथ इंसाफ़ करने का अह्द किया जाएगा ।

वि एच पी जनरल सेक्रेटरी प्रवीण तोगाड़िया भी गोधरा रेलवे यार्ड पर हनूज़ रखे गए S-6 कूच तक निकाले जाने वाली एक रैली की क़ियादत करेंगे और आतिशज़नी वाक़्या में हलाक कार सेवकों को ख़राज पेश करेंगे ।गोधरा में हलाक होने वाले अफ़राद के अरकान ख़ानदान को भी पुर्सा दिया जाएगा और मंदिरों में पूजा की जाएगी। गोधरा आतिशज़नी वाक़्या के बाद मुस्लिम कश फ़सादाद में हलाक होने वाले अफ़राद के अरकान ख़ानदान को इंसाफ़ दिलाने के लिए ज़ाइद अज़ 45 एन जी औज़ सरगर्म हैं । इन एन जी औज़ की जानिब से 10 रोज़ा ख़ुसूसी प्रोग्राम इंसाफ़ की डगर पर शुरू किया जा रहा है ।

इस प्रोग्राम के दौरान 2002 फ़सादाद और मुतास्सिरीन के लिए इंसाफ़ दिलाने के लिए की कोशिशों पर तवज्जा दी जाएगी । इसके इलावा कई दीगर रैलीयां निकाली जाएंगी और फ़सादाद की भयानक यादों पर मबनी तसावीरी नुमाइश भी रखी जाएगी। मुख़्तलिफ़ इदारों की जानिब से गुजरात फ़सादाद के मुतास्सिरीन के साथ बातचीत करने के इलाक़ा दुआँए इजतिमाआत मुनाक़िद किए जाऐंगे ।

गुलबर्ग सोसाइटी के मुतास्सिरीन जहां साबिक़ रुकन पार्लीमेंट् एहसान जाफरी को फ़सादीयों ने दीगर 68 अफ़राद के हमराह हलाक किया था । सोसाइटी के मुक़ाम पर जमा होकर उन्हें ख़राज पेश करेंगे और तिलावत कलाम पाक भी होगी ।