अहमदाबाद। पत्नी के शव को कंधे पर उठाकर ले जाने वाले ओडिशा के दाना मांझी की कहानी ने लोगों की संवेदनशीलता को झकझोर कर रख दिया था। मगर, इसके बावजूद देश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी ही घटना सामने आ रही है। ऐसा ही ताजा मामला गुजरात के पंचमहल में देखने को मिला है। पंचमहल जिले के डांग में एक पिता को अपने 14 साल के बेटे का शव कंधे पर रखकर अस्पताल में लेने जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। दरअसल, उसके पास एंबुलेंस का किराया नहीं था। दाहोद का रहने वाला ये शख्स डांग में दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पेट पालता था।
इसके 14 साल के बेटे मिनेश की अचानक तबीयत बिगड़ गई और ये उसे लेकर डांग के सामूहिक आरोग्य केन्द्र गए, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद अस्पताल ने शव को ले जाने के लिए फरमान सुना दिया। बेटे को खो चुके पिता ने अस्पताल प्रशासन से एंबुलेंस से शव को पहुंचाने की गुहार लगाई। मगर, पैसे नहीं होने की वजह से अस्पताल ने कोई मदद नहीं की। ऐसे में बेटे के शव को कंधे पर उठाकर घर ले जाने के अलावा उसके पास कोई रास्ता नहीं बचा।
जब वो अस्पताल से निकलकर डांग शहर को पार कर रहा था, तभी कुछ लोगों की इन पर नजर पड़ी और वो मदद के लिए आगे आए। फिर एक निजी वाहन के जरिए शव को घर तक पहुंचवा दिया गया।