गांधीनगर: भारत में जल्द ही इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक (आईडीबी) की शुरूआत गुजरात राज्य से की जाएगी। इसका एलान बुधवार कोसऊदी के राजदूत सऊद-अल-सती ने वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक सम्मेलन के दौरान की। उन्होंने कहा, “हम गुजरात राज्य के साथ सहयोगात्मक विकास कार्य के लिए बात करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जेद्दा स्थित इस्लामिक विकास बैंक (आईडीबी) गुजरात से अपना पहला भारतीय परिचालन की शुरू करने जा रहा है।”
पिछले साल अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की थी। इसी दौरान आईडीबी के साथ 10 करोड़ डॉलर क्रेडिट के लिए एक्जिम बैंक का करार हुआ था। इसके बाद भारतीय निर्यातकों को अफ्रीकी और पश्चिम एशियाई मुस्लिम राष्ट्रों में अपने सदस्यों के साथ आईडीबी की गारंटी मिलनी शुरू होनी थी। साथ-ही-साथ आईडीबी ने मेडिकल मोबाइल इकाई के लिए 380 करोड़ रुपये दान देने का ऐलान किया था। राजदूत ने कहा, “आईडीबी ने राष्ट्रीय कौशल संस्थानों और चिकित्सा शिक्षा देखभाल के लिए गुजरात, छोटा उदयपुर, नर्मदा और भरूच जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए 55 लाख डॉलर का समझौता किया है।
बता दें कि इस्लामिक बैंकिंग तंत्र के अंतर्गत आईसीडी की एनबीएफसी ब्याज नहीं वसूलती। इसके बजाय यह किसी उपक्रम के फायदे और नुकसान में साझेदारी करती है। यह इस्लाम के जोखिम का हिस्सा बनने और फायदा लेने के बुनियादी सिद्धांत पर आधारित है। किसी कारोबार के पूरे परिदृश्य से जुड़ी उचित प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद वित्त मुहैया कराने से पहले नफा-नुकसान का पूर्व निर्धारण किया जाता है।