यू पी ए हुकूमत की जानिब से गुजरात में जासूसी के तहक़ीक़ाती कमीशन के लिए एक जज को नामज़द करने के इमकानात के पेशे नज़र बी जे पी ने उमीद ज़ाहिर की कि कोई भी जज अपने आप को सियासी कार्यवाईयों में मुलव्विस करने और बदनाम होने के लिए तैयार नहीं होगा।
क्योंकि ये कार्रवाई अदालती वक़ार के मुनाफ़ी है। बी जे पी क़ाइद अरूण जेटली ने आज कहा कि तमाम जजस से यू पी ए ने रब्त पैदा किया लेकिन उन्होंने इस मायूसाना कार्रवाई का एक हिस्सा बनने से इनकार कर दिया क्योंकि नई हुकूमत 15 जून के अंदर क़ायम होजाएगी।
उन्होंने अपने एक मज़मून में कहा कि उन्हें इस जज का नाम जानने से बेहद दिलचस्पी है जो यू पी ए के लिए ख़िदमात फ़राहम करने तैयार होजाए। उन्होंने हैरत होगी अगर ऐसा एक भी जज दस्तयाब होजाए। जेटली ने कहा कि यू पी ए हुकूमत की जानिब से किसी जज को गुजरात में जासूसी की तहक़ीक़ात करने के लिए कमीशन का सरबराह नामज़द करने की इत्तेलाआत मिली हैं।
उन्होंने कहा कि गुजरात में पहली ही से एक कमीशन इस मसले की देख भाल कररहा है। मज़कूरा ख़ातून और इस के अरकाने ख़ानदान ने अपने बयानात पहले ही क़ौमी ख़वातीन कमीशन को रवाना करदिए हैं। उन्होंने कहा कि 438 पारलीमानी हलक़ों में पहले ही राय दही होचुकी है और अंदरून 15 दिन बाक़ी हलक़ों में भी राय दही मुकम्मल होजाएगी।
नताइज का ऐलान होजाएगा, नई हुकूमत क़ायम होजाएगी। इस तरह यू पी ए का ये इक़दाम एक माज़ूर हुकूमत की मायूसाना कोशिश साबित होगा।