गुजरात के चुनावो के मद्देनज़र, बसपा प्रमुख मायावती ने गुजरात में दलितों दयनीय हालत का हवाला देते हुए दलितों से अनुरोध किया है की वह एकजुट होकर इन चुनाव में भाजपा को उखाड़ फेकें|
मायावती ने कहा की “गुजरात में दलितों, आदिवासियों और सर्व समाज के गरीब लोगो के हालात बहुत बुरे है| पूंजीपति और समृद्ध लोग सब पर सेशन कर रहे है| सामाजिक ताना बाना टूट चूका गया है, मुसलमानो का अत्या अधिक शोषण किया जा रहा है और अपने न्याय के लिए उनके पास कोई जगह नहीं है|”
मायावती ने यह बयान लखनऊ में आयोजित बसपा की गुजरात इकाई की समीक्षा बैठक के दौरान दिया| “अगर अपेक्षित वर्ग गुजरात में भाईचारे की बुनियाद पर विधानसभा चुनाव लड़े, तो यह लोग सांप्रदायिक और जातिवादी भाजपा हो हटा सकतें है|”
इस बात को मानते हुए की पश्चिमी राज्य में दलितों की संख्या काम है, बसपा प्रमुख ने कहा की ऊना की घटना समुदाय को मज़बूर करती है की वह संस्थान से सवाल पूछे| गौरतलब है की पिछले साल जुलाई में गुजरात के गिर सोमंथ जिले में चार दलित आदमियों को गौ-रक्षक दल ने सरेआम बेहरहमी से पीटा था जो दिल को दहला देने वाला मंज़र था|
इसके बाद देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए थे| मायावती ने अपने कार्य कार्यकर्ताओ को गुजरात चुनावो को ध्यान में रखते हुए दिशा निर्देश दिए है, उन्होंने आदिवासी लोगो के हक़ के लिए बसपा द्वारा आवाज़ उठाए जाने की भी बात कहो है|