गुजरात में फिर ऊना कांड ‘पार्ट-2’- गर्भवती दलित महिला को पाईप और डंडों से पीटा

अहमदाबाद: गुजरात में हुए ऊना कांड को अभी बमुश्किल पांच महीने ही हुए होंगे,कि एक बार फिर बीजेपी शासित गुजरात से दलितों पर दरिंदगी की एक और वैसी ही खबर सामने आई है. एक दलित व्यक्ति और उसके छ: महीने की गर्भवती पत्नी को कुछ दबंगों ने इसलिए पीटा क्योंकि उस दलित दम्पत्ति ने उनके खुद के खेत में भारवाड़ समुदाय के लोगों के मवेशियों को चरने नहीं दिया.

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नेशनल दस्तक के अनुसार, गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के उगारा गांव के रहने वाले दलित दंपति बाबूभाई संखट और उनकी पत्नी रेखाबेन को दबंगों ने दर्दनाक तरीके से पीटा, जिसके बाद उन्हें ऊना के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया.
बाबू के बड़े भाई पेमजी ने बताया कि मेरे भाई खेत में थे जब वो लोग अपने मवेशियों को खेत में जबरदस्ती लेकर आ गए. इसके बाद मेरे भाई ने कहा कि मवेशियों से हमारे कपास की फसल का नुकसान होगा और उसने मवेशियों को खेत से बाहर निकाल दिया. इसके बाद उन्होंने जातिवादी गालियां देते हुए मेरे भाई की छ: महीने की गर्भवती पत्नी को पीटना शुरू कर दिया.
प्रेम जी ने आगे कहा कि मेरे भाई और उनके पत्नी की हालत बिगड़ती जा रही है, हम इन्हें राजकोट के सिविल अस्पताल में भर्ती कराना चाहते हैं. इसके अलावा हम सरकार और सामाजिक संगठनों से मदद की आस करते हैं.
पिटाई बहुत ही भयावह बताई जा रही है. उन दोनों पति-पत्नी को पाईप और डंडों से पीटा गया था. इस पिटाई के बाद बाबू के पसलियों, टांगों और चेहरे पर चोटें आईं और उनकी पत्नी रेखा को पैरों और कंधे पर चोटें आई थीं.
आप को बता दें कि यह घटना उस मोटा सम्धियाला से सिर्फ 6 किमी दूर हुई जहां 11 जुलाई 2016 को चार दलित युवकों अशोक, वासराम, बेचार और रमेश सरवैया को तथाकथित गौरक्षकों ने पीटा था।.