अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात से हाल ही आंकड़े आये थे कि वहां के 80 प्रतिशत इन्जीनियर बेरोजगार हैं और इस खबर में गुजरात के साथ इन्जीनियर और बेरोजगारी भी है।
गुजरात की सोला पुलिस ने नीलेश मिस्त्री (36) नामक इन्जीनियर को गिरफ्तार किया है जो नकली आधार कार्ड बनाने में लिप्त था। बुधवार शाम चंदलोडिया के चाणक्यपुरी के सेक्टर 6 में उसके घर से पकड़ा गया। पूछताछ में मिस्त्री ने बताया कि वह फर्जी आधार कार्ड बनाता था।
सूत्रों ने बताया कि मिस्त्री ने दावा किया कि पिछले नौ महीनों से पैसे कमाने के लिए यह काम कर रहा था। उसके साथ तीन सहायक थे जिन्होंने पिछले तीन महीने में 100 से अधिक नकली आधार कार्ड बनाए हैं। प्राथमिक पूछताछ से पता चला कि मिस्त्री सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
2007-08 की आर्थिक मंदी के दौरान वह नौकरी खो चुका था। वह उस समय लगभग 35,000 रुपये महीना कमाता। इसके बाद से उसने लगभग पांच साल के लिए अनुबंध पर एक सरकारी संगठन के लिए काम किया और बाद में एक निजी कंपनी में शामिल हो गया। साल 2015 में अपनी आखिरी नौकरी में 15,000 रुपये कमा रहा था जिसके बाद उन्होंने फ्रीलान्सिंग शुरू की।
जांचकर्ताओं ने कहा कि मिस्त्री मूल आधार कार्ड की एक तस्वीर लेने के लिए अपने कंप्यूटर पर अपलोड कर नाम बदलता था और कभी-कभी कार्ड की संख्या बदलकर और फिर अच्छे कागज पर प्रिंटआउट प्राप्त करता था। उनके दावे के अनुसार कोई भी कार्ड संख्या के सत्यापन के लिए नहीं गया था।