गुजरात में मुस्लिम ताजिरों को धमकियां

अहमदाबाद, 31 मार्च : ( एजेंसीज़ ) : गुजरात में मुस्लिम कश फ़सादाद के 10 साल बाद भी मुसलमानों की ज़िंदगियां अजीर्ण हैं । मुस्लिम ताजिरों को निशाना बनाया जाने का सिलसिला जारी है । अब तक कई मुस्लिम ताजिरों ने अपने कारोबार बंद कर दीए हैं । मुस्लिम मईशत को तबाह करने की सोची समझी साज़िश के तहत मुनज़्ज़म तरीका से बड़े मुस्लिम ताजिरों को धमकाया जा रहा है । एक मुस्लिम ताजिर मुस्तफ़ा पटेल ने अपना होटल का कारोबार बंद कर दिया । क़ौमी इकलेती कमीशन के सदर नशीन वजाहत हबीबुल्लाह ने कमीशन को इसी शिकायात मौसूल होने का एतराफ़ किया है ।

इन का कहना है कि गुजरात में मुसलमानों को कारोबार नहीं करने दिया जा रहा है । गुजरात के 10 बड़े मुस्लिम ताजिरों ने अब तक अपने कारोबार बंद कर दीए हैं । कारोबार से महरूम करने की वजह गुजरात के अवाम में तास्सुब फैलाने की साज़िश है । मुस्लिम ताजिरों में फ़ारूक़ भाई , याक़ूब भाई , नय्यर भाई , सैफुद्दीन अली , माजिद ख़ां , क़ासिम अहमद और दीगर के नाम शामिल हैं ।

एन जी ओ तंज़ीम ने एक रिपोर्ट में बताया था कि फ़िर्क़ापरस्तों ने अबदुल्लाह घाटी का कारोबार बंद कराने के लिये यहां 12 फरवरी को फ़साद कराया था । मुक़ामी सयासी ग़ुंडों के कारोबार को फ़रोग़ देने मुसलमानों के कारोबार को तबाह कर दिया जा रहा है ।

नरेंद्र मोदी हुकूमत इस तरह की शिकायात को मुस्तरद कर रही है ।